ऋषिकेश बसंतोत्सव कवि सम्मेलन में…कई कवियों ने लोगों को करी गुद-गुदी तो किसी ने दिए विभिन्न सन्देश

ख़बर शेयर करें -
  • बसंतोत्सव कवि सम्मेलन में डा राजीव राज ने सुनाया “”कारवां रुका कब जग का ,ये प्रतीक्षा भ्रम है,टूटना भी क्रम है, जिंदगी की शर्त है बहते रहो
  • कई कवियों ने अपने शब्दों से लोगों के पेट में  गुद गुदी की तो कईं कसा तंज की हंसी वाली  टिपण्णी तो   दिया कई ने सन्देश 
ऋषिकेश :बसंतोत्सव कवि सम्मेलन में सोमवार  शाम कवियों के नाम रही. हास्य कवि शंभू शिखर और विनोद पाल ने हास्य कविता सुनाई और दर्शकों को हंसने पर विवश कर दिया, सम्पूर्ण पांडाल में हास्य की लहर देखने लायक और काबिले तारीफ थी। कवि जॉनी वैरागी ने कहा जिस दिन गीत मंच से मर जाएंगे,उस दिन कवि सम्मेलन मर जाएंगे.  पक्षियों के प्रेम पर कहा कि ये सारी दुनिया,सारी इमारतें आपकी हैं लेकिन इन पक्षियों के घोंसले आपके बाप के हैं,जो इनको उजाड़ रहे हो,इनसे पक्षियों को हो रहे नुकसान पर प्रहार किया , विलुप्त होते पक्षी मानव के अंधाधुंध विकास का परिणाम है., सपना सोनी कवयित्री ने गाया कि,,तुम्हारे शहर में अपने महकते गीत लाई हूं,मैं दौसा की धरा से प्यार का संगीत लाई हूं,, ऋषिकेश आकर लगा कि अपने घर आई हूं.,कवि  संपत सरल ने सुनाया”” हलाल और झटके पर बहस चल रही है और बकरे की किसी ने मर्जी ही नहीं पूछी और सुनाया. आयकर वालों ने कहा सरकार के खिलाफ ज्यादा न बोला करो, छापा पड़ जाएगा,,कवि बोला गबन के नाम पर एक कवि के घर में मुंशी प्रेमचन्द की रचना गबन मिलेगी,,और ज्यादा परेशान किया तो हम भी बीजेपी ज्वाइन कर लेंगे.,महान कवि हरिओम पंवार  ने सुनाया.
 पैरों में अंगारे बांधे,सीने में तूफान भरे,,
नई धरती परमाणु हथियारों से सजी है।
मैं मेंहदी पायल कंगन के गीत भी गाता हूं ,मैं धरती से आतंकवाद का निपटारा गाता हूं,, खूनी पंजों के हाथों में देश दिखाई देता है,, और कहा कि मैंने कभी भगवान तो नहीं देखे लेकिन सीमा पर हमारी रक्षा करने वाले हर फौजी हमारे भगवान है।बसंतोत्सव समिति ने डॉ हरिओम पवार, संपत सरल, शंभू शिखर, जानी बैरागी, डॉ राजीव राज, सपना सोनी ,विनोद पाल सभी का हार्दिक आभार व्यक्त किया।इस अवसर पर कवि सम्मेलन में महंत वत्सल पर प्रपन्नाचार्य जी महाराज ,हर्षवर्धन शर्मा,संयोजक दीप शर्मा सहसंयोजक वरुण शर्मा , सचिव विनय उनियाल, जयेंद्र रमोला, प्रधानाचार्य यमुना प्रसाद त्रिपाठी , प्रधानाचार्य के एल दीक्षित , राकेश सिंह, , महंत रवि शास्त्री ,रामकृपाल गौतम , अशोक अग्रवाल, चंद्रशेखर शर्मा,,सुरेंद्र दत्त भट्ट,,,लेफ्टिनेंट लखविंदर सिंह , सुनील दत्त थपलियाल, आशु रंग देव, दीपक रयाल,ध्रुव नागपाल,रंजन अंथवाल, संजीव कुमार,दीपक भारद्वाज, गीता कुकरेती,अंजू रस्तोगी, कविता शाह,अम्बिका, धस्माना,विवेक शर्मा, प्रवीन रावत , रचित अग्रवाल, अमित चटर्जी आदि उपस्थित थे।

Related Articles

हिन्दी English