UP : बलिया में 24 घंटे बाद पलटी महिला…बोली ये हमारे पति नहीं हैं

बलिया : (मुकेश कुमार) शनिवार को दरअसल 10 साल बाद जिला अस्पताल में अपने भूले हुए पति को देखकर पहचान कर भाऊक हुई पत्नी ने अब उस व्यक्ति को अपना पति मानने से इंकार कर दिया.
बलिया जनपद के पूरा थाना क्षेत्र के देवकली गांव निवासी मोतीचंद अपने ससुर के साथ नेपाल अपने दिमाग का इलाज कराने गए थे और वही से गुम हो गए थे.मोतीचंद की पत्नी जानकी का कहना है कि वह अपना इलाज कराने के लिए ई रिक्शा से जिला अस्पताल जा रही थी, तभी अस्पताल के गेट पर एक विक्षिप्त व्यक्ति दिखाई दिया और मुझे लगा कि वह मेरे पति हैं. मैं ई-रिक्शा से उतर कर देखने लगी तो मुझे लगा कि वह मेरे पति है तो मैंने अपने बच्चों को फोन करके बुलाया और पति की पहचान कराई और उसे अपने घर ले आई. ठीक 24 घंटे बाद जानकी देवी का कहना है कि यह हमारे पति नहीं हैं क्योंकि उनके शरीर पर घाव का निशान था वह नहीं मिल रहा है.
जानकी देवी का कहना है कि हमारे पति के चेहरा जैसा दिखाई दिया जो 10 वर्ष से नहीं मिल रहे है मेरा दिमाग सही नहीं है मेरा पति जैसा किसी का चेहरा मिलता है तो सोचते हैं कि मेरा पति है दाढ़ी बाल बड़ा लेने के बाद हमें समझ में नहीं आया यहां दाग ढूंढने लगे तो नहीं मिला ऑपरेशन का दाग नहीं मिला इसी से हम लोग अनजान में पति समझ कर घर लाए हैं हमारी गलती का क्षमा कर दीजिए वही ग्राम प्रधान प्रतिनिधि का कहना है कि हमारे गांव में लगभग 10 साल पहले मोती चंद वर्मा गायब हो गए थे उनकी पत्नी कल जिला चिकित्सालय गई थी उसी से मिलता जुलता एक व्यक्ति मिला था जिनकी समझी कि हमारा पति है उसे घर लेती आई है गांव वालों से पहचान कराई तो उसके पति से मिलता-जुलता चेहरा था लेकिन आज दाढ़ी बनाया गया तो उनका चेहरा अलग दिखा ।फिर इनके बारे में पता लगाया गया तो मोतिचंद नगरा थाना क्षेत्र के राहुल निकले। जिसके बाद राहुल के परिजनों से गाँव के प्रधान और कुछ लोगों ने संपर्क किया और राहुल के परिजनों को बुलाकर उनके सुपुर्द कर दिया।
वही राहुल के परिजन का कहना है लगभग एक महीना से हो गया घर से निकले हम लोग काफी प्रयास किए और नगरा थाना में भी एप्लीकेशन दे लेकिन कोई पता नहीं चल सका जो आज देवकली गांव में मिले हैं इनका नाम राहुल है.