ऋषिकेश : सर्वसमाज की आक्रोश रैली निकली, पहाड़ी समाज को गाली देने के विरोध में और UCC  में  दो बिंदु संसोधन की मांग 

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ऋषिकेश : रविवार का दिन रहा विरोध का…तीर्थनगरी में सुबह से लोग  जुटने शुरू हो गए थे. विरोध था…..हाल ही में नगर निगम चुनाव में एक किशोर द्वारा पहाड़ी समाज को गाली दी गयी थी. उसके विरोध में और कार्रवाई की मांग को लेकर. साथ ही UCC जो लागु हुआ है उसमें दो बिंदु पर आपत्ति को लेकर. जिसमें उन दो बिन्दुवों को संसोधित करने की मांग है.  राज्य आन्दोलनकारी प्रमिला रावत  के नेतृत्व में निकली थी आक्रोश रैली.  अध्यक्षता रामेश्वरी चौहान ने की. प्रमिला रावत का कहाँ था,   भाजपा नगर प्रमुख प्रत्याशी की निकाय चुनाव प्रचार रैली के दौरान गढ़वाली समाज को मां बहनों को संबोधित करते हुए अश्लील गाली गलौज किया जाना बेहद निंदनीय है.  हम इसका विरोध करते हैं माता बहनों की इज्जत कोई उछालेगा तो उसको हम बर्दाश्त नहीं करेंगे. रविवार को सबसे पहले कोयल घाटी तिराहे पर एकत्रित हुए लोग उसके बाद रैली सीधे पैदल मार्च कर नगर निगम के सामने ख़त्म हो गयी. इस बीच लोग नारे लगा रहे थे. साथ ही साथ उत्तराखंड में रहने वाला ब्यक्ति इसमें शामिल था. जिसमें कई समाज, वर्ग के लोग मौजूद थे.

रावत  का कहना था,  हमने उत्तराखण्ड राज्य बड़े त्याग तपस्या व बलिदान के पश्चात प्राप्त किया है। हमारी सभ्यता, संस्कृति व ” अतिथि देवो भव ” की मिसाल देश में ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में दी जाती है। हमारे समाज में महिला बहुत ही आदरणीय व पूजनीय होती है। परंतु दिनांक 24-01-2025 को भाजपा प्रत्याशी की निकाय चुनाव रैली के दौरान जिस तरह से एक मुस्लिम युवा द्वारा गढ़वाली समाज को मां बहन की गालियां दी गई और बाकायदा उसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया में वाइरल किया गया वह कोई सामान्य घटना नहीं थी, बल्कि सोच-समझकर षड्यंत्र के तहत सामाजिक सौहार्द्र बिगाड़ने व मतदान को प्रभावित करने के मकसद से करवाया गया कृत्य प्रतीत होता है।           इस घटना से पूरे गढ़वाली समाज ही नहीं जौनसार, कुमाऊं व समस्त मैदानी क्षेत्र के लोगों में भी आक्रोश है, क्योंकि इस शांत प्रदेश में अशांति व वैमनस्य की भावना को कोई भी स्वीकार नहीं करता।आज गढ़वाली समाज को गाली दी गई कल अन्य समाज के लोगों को भी दी जा सकती है।          ऐसी हरकत कोई तब तक नहीं कर सकता है जब तक किसी शक्तिशाली व्यक्ति की शह न हो । हमें शंका है कि जरूर इसके किसी बड़े राजनेता, मंत्री अथवा षड्यंत्रकारी का हाथ है जिसकी गंभीर जांच आवश्यक है। हमारे संज्ञान में आया है कि पुलिस ने गढ़वाली समाज को गाली देने के आरोप में अफजल अली नाम के एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है जो अपने को नाबालिग बता रहा है। वीडियो देखने से उसकी दाढ़ी मूंछ देख कर नहीं लगता कि वह नाबालिग है। प्रमिला रावत ने मांग की है…
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अतः हम आपसे मांग करते हैं कि –
1- गाली गलौज करने वाले व्यक्ति के विरुद्ध देशद्रोह व सामाजिक सौहार्द्र बिगाड़ने की गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज हो। तथा उसका मेडिकल परीक्षण कराया जाय जिससे उसकी नाबालिग या बालिग होने की पुष्टि हो।
2- चूंकि यह घटना मेयर चुनाव के दौरान भाजपा प्रत्याशी की रैली में जानबूझकर अंजाम दी गई इसलिए भाजपा प्रत्याशी जीत को निरस्त किया जाय।
3- उत्तराखण्ड में पासवान जाति अनुसूचित जातियों की अधिसूचित जातियों में सम्मिलित नहीं है, अतः शम्भू पासवान का निर्वाचन निरस्त कर उस पर नियमानुसार आपराधिक मुकदमा दर्ज किया जाय।
4- शम्भू पासवान का नामांकन स्वीकार करने वाले रिटर्निंग ऑफिसर को निलंबित किया जाय तथा उनके विरुद्ध नियमानुसार कानूनी कार्यवाही सुनिश्चित की जाय।
5- इस प्रकरण की गहनता से जांच की जाय कि इसमें किस राजनेता, मंत्री का हाथ है, और ऐसे षड्यंत्रकारी के विरुद्ध कठोर कार्यवाही की जाय।
इस दौरान आक्रोश रैली में मेजर संतोष भंडारी, रामेश्वरी चौहान, युधवीर सिंह चौहान,  केन्द्रपाल सिंह तोपवाल,  नवनिर्वाचित पार्षद सुरेन्द्र सिंह  नेगी सूरी,  मोहन सिंह असवाल, वीरेंदर नौटियाल,मंजू कलुडा, जगदम्बा, सनी भट्ट,   वीरू सजवाण व् सैकड़ों सर्व समाज के लोग मौजूद रहे. 

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