ऋषिकेश : मनोकामना सिद्ध हनुमान मंदिर किसी की स्वतंत्र संपत्ति नहीं –विरक्त वैष्णव मंडल


- ऋषिकेश में मायाकुंड स्थित मनोकामना सिद्ध हनुमान मंदिर किसी की व्यक्तिगत संपत्ति नहीं है-विरक्त वैष्णव मंडल
- श्री शेषधारा लक्ष्मण कुंड में महान्ताई समारोह के अवसर पर विरक्त वैष्णव मंडल समिति ऋषिकेश एवं श्री रामानंदीय श्री वैष्णव मंडल हरिद्वार की संयुक्त बैठक हुई जिसमे तय हुआ,
- यदि विरक्त वैष्णव मंडल की स्वीकृति के बिना उत्तराधिकारी का चयन करते हैं तो रामेश्वर दास की महान्ताई को निरस्त करते हुए विरक्त वैष्णव मंडल से निष्कासित किया जाएगा
- विरक्त वैष्णव मंडल मंदिर की सम्पत्ति को खुर्दबुर्द होने से बचाने के लिए हर संभव प्रयास करेगा
- संत महात्मा को छपे कार्ड से पता चला महंताई हो रही है करके जो असम्बैधानिक है
- संतों ने कहा हमारे लिए संत समाज सर्वोपरि, हम समाज के लिए संघर्ष करते हैं, एकजुट रहते हैं

वर्तमान में पदासीन संतों की तरफ से बताया गया, विरक्त वैष्णव मंडल ने ही आश्रम के सुचारू संचालन के लिए वर्तमान महंत रामेश्वर दास को नियुक्त किया था। आगामी महंत के चयन का अधिकार भी विरक्त वैष्णव मंडल समिति के पास है।महंत रामेश्वर दास ने अभी तक उत्तराधिकारी महान्ताई के लिए आवेदन नहीं दिया है।जबकि यह नियम है पहले कम से कम एक हफ्ते पहले आवेदन देना होता है समीति के पास. यदि विरक्त वैष्णव मंडल की स्वीकृति के बिना उत्तराधिकारी का चयन करते हैं तो रामेश्वर दास की महान्ताई को निरस्त करते हुए विरक्त वैष्णव मंडल से निष्कासित किया जाएगा. मनोकामना सिद्ध हनुमान मंदिर के महंत पद पर रामानंद संप्रदाय के विरक्त संत को नियुक्त किया जाएगा। विरक्त वैष्णव मंडल मंदिर की सम्पत्ति को खुर्दबुर्द होने से बचाने के लिए हर संभव प्रयास करेगा।इस दौरान, बैठक में महामंडलेश्वर अभिराम दास, जगद्गुरु दयारामदेवाचार्य,महामंडलेश्वर ईश्वर दास, महामंडलेश्वर वृन्दावन दास, महामंडलेश्वर विष्णु दास, महामंडलेश्वर दुर्गा दास, महामंडलेश्वर हरिचरण दास, महामंडलेश्वर चक्रपाणि दास, महामंडलेश्वर रविंदर दास, महामंडलेश्वर गणेश दास,महामंडलेश्वर महावीर दास,महंत गवानंद दास, महंत डॉ नारायण दास, महंत डॉ उपमन्यु दास, महंत सीताराम दास, महंत रघुनाथ दास, महंत लालबिहारी दास,महंत करुणा शरण,महंत निर्मल दास,महंत रवि प्रपन्नाचार्य,स्वामी गोपालाचार्य,महंत कन्हैया दास,महंत जगदीश प्रपन्नाचार्य , महंत अमर दास, महंत कृष्ण मुरारी दास,महंत सुदर्शन दास,महंत सूरज दास, स्वामी अखंडानंद, महंत छोटन दास, नारायण दास, प्रमोद दास आदि उपस्थित रहे.