विश्व प्रसिद्ध राम कथा वाचक मोरारी बापू को सुनने पहुंचे योग गुरु बाबा राम देव
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- रामदेव ने बापू को सनातन धर्म की साक्षात जीवांत मूर्ति बताया
- बापू ने कहा कि राम कथा को सुनने और कहने का सभी को अधिकार है। बापू ने कहा चाहे शबरी हो कालनेमी हो अहिल्या, मंदोदरी, गार्गी हो या तुलसी कालीन पिंगला सबको राम पर समान अधिकार है
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उन्होंने महात्मा को ब्रह्म, बुद्धात्मा को पारब्रह्म एवं राम,कृष्ण,शिव को प्राप्त परातबरहम बताते हुए कथा में प्रवेश किया। बापू ने वेदांत रत्नाकर से मिले अमृत को श्रोताओं को रसपान कराते हुए कहा कि वेद प्याऊ के समान है। श्रुतियों का सेवन करते हुए एकांत धारण करते हैं शांत चित्त होकर उसे पचा जाओ यह ध्यान की अवस्था है। कथा में बापू ने कहा कि राम तत्व रुपी बीज दादा विष्णु की तप स्थली और देवभूमि ऋषिकेश में विराटता लेते हुए बात बहनों द्वारा यज्ञ आज लोक उपकार हेतु राम कथा के रूप में अवतरित हुआ है। बापू ने आज रामकथा में राम जन्म की सबको हार्दिक बधाई देते हुए कथा को विश्राम दिया।