उत्तराखंड निवासी आँखों के इस भगवान की विदाई एम्स से ऐसे हुई कि सब डॉक्टर, स्टाफ रोने लगे, CM धामी ने भी किया फोन…देखिये Video

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  • पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहार वाजपेई और दलाई लामा के आँखों  का भी ऑपरेशन कर चुके हैं डॉक्टर तितियाल 
  • रिटायर्मेंट वाले दिन भी ७ लोगों का औप्र्शन किया उन्हूने,शनदार ब्यक्तित्व 
  • उत्तराखंड के कुमाऊँ के पिथौरागढ़ जिले के रहने वाले हैं डॉक्टर तितियाल 
  • सेवानिवृत होने पर डॉक्टर, स्टाफ रोने लगे, गले लगाकार किया विदा सभी को 

नई दिल्ली :डॉक्टर है तो ऐसा…गजब !!  एम्स दिल्ली में शुक्रवार को बड़ा भावुक पल देखने को मिला. आँखों के भगवान् कहे जाने वाले पद्मश्री  डॉक्टर जीवन सिंह तितियाल सेवानिवृत हुए थे. इस दौरान वे खुद भी रोने लगे, साथ ही स्टाफ अन्य डॉक्टर भी रोने लगे. पद्मश्री   डॉक्टर तितियाल उत्तराखंड के पिथौरागढ़ के रहने वाले हैं. उन्हें २०१४  में पदमश्री से सम्मानित किया गया था. मख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उनको फोन कर बधाई दी सेवानिवृत होने की. साथ ही उनके मेडिकल के क्षेत्र में किये गए कार्यों की तारीफ की. आपको बता दें, पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहार वाजपेई और दलाई लामा के आँखों  का भी ऑपरेशन कर चुके हैं. वे अब तक  लाखों लोगों को रौशनी दे चुके हैं. वे अपनी कुल  ४६ वर्ष की सेवा  के बाद रिटायर  हो गए है.  अभी तक इस विडियो क ६.२ मिलियन बार देख चुके हैं लोग. कुछ यूज़र्स ने डॉ. टिटियाल से व्यक्तिगत रूप से मिलने के अपने अनुभव भी साझा किए और उनके व्यवहार और चरित्र की जमकर प्रशंसा की. एक यूज़र ने कमेंट करते हुए लिखा, “इस तरह आप एक लीजेंड के प्रति अपना सम्मान दिखाते हैं.” वहीं, दूसरे यूज़र ने कहा, “डॉक्टर और शिक्षक कभी रिटायर नहीं होता” इन प्रतिक्रियाओं से साफ़ जाहिर होता है कि डॉ. टिटियाल के प्रति लोगों का गहरा सम्मान और प्यार है. डॉ. जी एस टिटियाल ने न केवल आम लोगों बल्कि दलाई लामा और अटल बिहारी वाजपेयी जैसे महत्वपूर्ण व्यक्तियों का भी इलाज किया था. उनके असाधारण काम की वजह से न सिर्फ भारत बल्कि दुनिया के अन्य देशों में भी स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार हुआ है. इसी कारण, सरकार ने उन्हें 2014 में पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया. डॉ. टिटियाल ने एक लाख से ज्यादा लोगों की आंखों का सफल ऑपरेशन किया. उनका समर्पण और मेहनत ही उन्हें दूसरों से अलग बनाती थी. वे हमेशा लोगों की मदद करने के लिए तैयार रहते थे, और यही वजह है कि उनके साथ काम करने वाले लोग और उनके मरीज उन्हें बहुत सम्मान देते थे. उनकी मेहनत का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि जब वे रिटायर हो रहे थे, तब भी उन्होंने सात लोगों की आंखों का ऑपरेशन किया. उनके योगदान और काम की नैतिकता आज भी सबको प्रेरित करती है.

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उत्तराखंड के मूल निवासी हैं डॉक्टर  तितियाल-

डॉक्टर  जीवन सिंह  टिटियाल का जन्म उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले में हुआ था.   उन्होंने अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद एम्स दिल्ली में काम करना शुरू किया. अपने करियर के दौरान, उन्होंने न लाखों   लोगों की आंखों की रोशनी लौटाई, बल्कि आंखों से जुड़ी कई नई जानकारियां भी खोजीं, जो आज भी चिकित्सा क्षेत्र में महत्वपूर्ण मानी जाती हैं. उन्हें फोलो करते थे. उस पर स्टडी होती है.

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