ऋषिकेश में प्रगति विहार में स्ट्रीट लाईट का मामला पहुंचा नगर आयुक्त के पास, निवासियों ने सौंपा ज्ञापन एक्शन की दरकार

ऋषिकेश : शुक्रवार को प्रगति विहार वार्ड संख्या-12 में लगाई गयी सजावटी लाइटों का मामला नगर आयुक्त शैलेन्द्र सिंह नेगी के पास पहुँच गया. इस मामले में स्थानीय निवासियों इस काम में घटिया सामिग्री लगाने का आरोप लगाया है. साथ ही मानकों के अनुरूप कार्य नहीं किये जाने का आरोप लगाया है. ज्ञापन में कहा गया है, घटिया सजावटी स्ट्रीट लाइटों की जांच व मानकों के अनुरूप कार्य किए जाने को लेकर नगर आयुक्त को ज्ञापन दिया गया।प्रगति विहार समिति के सचिव संजय नेगी ने बताया कि हमारे क्षेत्र में ओ०एन०जी०सी० की मदद से जो “पल फाउण्डेशन” के द्वारा सजावटी लाईटे लगाई गयी है जिसकी गुणवत्ता मानको के अनुरूप न होने के कारण बरसात में कभी भी कॉलोनी में करंट फैल सकता है.
जिससे भारी जानमाल का नुकसान हो सकता है, इनके द्वारा जो बिजली की केबल बिछाई गयी है वह सडकों की सतह पर जगह-जगह दिखाई दे रही है. वह बिजली केबल पानी के पाईप लाईन के ठीक उपर डाली गयी है, जिस कारण कभी भी करंट फैल सकता है. यह केबल जगह-जगह पर नाली के अन्दर भी डाली गयी है. इनके द्वारा फैन्सी बिजली पोल टेढ़े मेढ़े लगाये गये है. जोकि कभी भी गिर सकते हैं. साथ ही आरोप लगाया, इनकी आधी लाईट जलती ही नही है, इन पोलो में ढक्कन न लगे होने के कारण कभी भी बच्चों को करंट लगने से जानमाल का नुकसान हो सकता है, साथ ही इनके द्वारा नगर निगम की सारी सड़कें क्षतिग्रस्त कर दी गयी हैं. जो कि निगम को भारी आर्थिक नुकसान है. यह सुनने में आया है कि नगर निगम के निर्माण विभाग के अधिकारियों की संलिप्तता के कारण अब यह आधी अधूरी लाइनों को हस्तान्तरित किया जा रहा है. जिसमें भारी घोटाला छुपा है. अगर भविष्य में किसी भी व्यक्ति को जानमाल का नुकसान उठाना पडता है तो यह इन मिले हुये निगम अधिकारी/कर्मचारी की संलिप्पत्ता पल फाउण्डेशन के साथ मानी जायेगी, वे कानूनी कार्यवाही के लिये भी उत्तरदायी होगें, लोगों ने मांग की है इन घटिया सजावटी स्ट्रीट लाईटो के निर्माण कार्य की शीघ्र जांच हो और कार्यवाही हो। इस मौके पर इस मौके पर राकेश सिंह, नरेंद्र कंडारी, बृजनंदन कोटियाल, नीरज अग्रवाल, शेर सिंह, राजेश, शूरवीर सिंह आदि उपस्थित थे।