ऋषिकेश : मंत्री हो तो ऐसा….RBNL अधिकारियों को लगाई जमकर फटकार मंत्री ने, बोले महीने भर में मिले प्रभावितों को मुआवजा
ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना निर्माण के प्रभावितों की पीड़ा सुनने पहुंचे कैबिनेट मंत्री

- मुआवजे की लेटलतीफी पर आरबीएनएल के अधिकारियों को जमकर लगाई फटकार
ऋषिकेश: निर्माणाधीन ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना के अंतर्गत नरेंद्रनगर विधानसभा में प्रभावित गांवों के मकानों के मुआवजे की लेटलतीफी पर कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने आरबीएनएल के अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई। उन्होंने महीने भर के भीतर प्रभावितों को मुआवजा देने के निर्देश दिए।देखा जाए तो मंत्री हो तो ऐसा..कोई लाग लपेट नहीं. सीधे जनता के सामने फैसला. उम्मीद भी है एक महीने में काम जनता का हो जायेगा. यह सोच सुबोध उनियाल जैसे नेता के लिए है जनता की तरफ से. यह बात वहां पर आये अधिकतर ग्रामीणों ने कही.
बृहस्पतिवार को मुनिकीरेती स्थित एक होटल में ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना के प्रभावित गांवों अटाली, सिंगटाली, कौड़ियाला, व्यासी, शिवपुरी और गूलर के निवासियों की पीड़ा को सुनने कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल पहुंचे। नरेंद्रनगर भाजपा के मंडल महामंत्री रमेश पुंडीर ने बताया कि बीती चार अप्रैल को ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना के अंतर्गत निर्माण स ेउपजी समस्याओं के तहत स्थानीय गांववासियों व्यासी में धरना प्रदर्शन किया था। जिसके बाद आरबीएनएल के अधिकारियों ने शीघ्र ही कार्यवाही का आश्वासन दिया था। मगर दो माह से भी अधिक समय बीत जाने के बाद भी आरबीएनएल के अधिकारियों द्वारा कोई सकारात्मक कार्यवाही नहीं की गई। उन्होंने बताया कि ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना के निर्माण में लगातार ब्लास्टिंग होने के कारण अटाली, सिंगटाली, कौड़ियाला, व्यासी, शिवपुरी और गूलर गांव में स्थित कई घरों में दरारें आ गई हैं, साथ ही यहां के जल श्रोत सूख गए हैं। इसके अलावा रेल परियोजना के कारण यहां विगत तीन वर्षों से बंजर पड़े खेतों पर गांववासियों को फसल का मुआवजा भी नहीं दिया गया है।
आरबीएनएल के अधिकारियों की ओर से काश्तकारों को शिफ्टिंग चार्ज देने की बात कही गई थी, मगर कोई कोई कार्रवाई नहीं हुई। स्थानीय लोगों की इन शिकायतों पर कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल का गुस्सा फूट पड़ा, मौके पर उपस्थित आरबीएनएल के अधिकारियों को उन्होंने जमकर फटकार लगाई, साथ ही महीने भर मुआवजा देने के निर्देश दिए। इस दौरान कैबिनेट मंत्री ने जल संस्थान के अधिकारियों से दूरभाष से संपर्क किया एवं जलश्रोत सूखे गांवों में शीघ्र ही बोरवेल व हैंडपंप लगवाने के निर्देश दिए।मौके पर आरबीएनल के चीफ प्रोजेक्ट मैनेजर अजीत यादव, डीजीएम भूपेंद्र सिंह, समाजसेवी चन्द्रवीर पोखरियाल आदि उपस्थित थे।