ऋषिकेश : होम्योपैथिक पद्धति से उपचार होगा नेत्र सम्बन्धी बीमारी का, आम बाग़ में खुला हॉस्पिटल

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  • ऋषिकेश के आम बाग़ में खुला शानदार  हॉस्पिटल, होम्योपैथी  पद्दति  से  होगा उपचार 
  • महंत श्री नृत्य गोपाल दास जी महाराज (NGD होमियोपैथी नेत्र चिकित्शालय) के नाम से  है हॉस्पिटल 
  • स्वामी नारायाण मिशन सोसाइटी धर्मार्थ होम्योपैथिक चिकित्शालय,शीशम झाडी,मुनि की रेती की इकाई है यह हॉस्पिटल 
  • संत महात्माओं एवं गरीबों के लिए मोतियाबिंद एवं काला मोतिया एवं अन्य नेत्र संबंधी कठिन बीमारियों के लिए निशुल्क विशेष सुविधा की व्यवस्था
  • देश विदेश से पहुँच रहे हैं मरीज उपचार के लिए हॉस्पिटल, अस्पताल अध्यक्ष डॉक्टर नारायण दास की देख रेख में हो रहा है उपचार 
  • लोगों को जागरूक होने और करने की जरुरत है होम्योपैथी पद्दति के तहत उपचार करने या कराने के लिए-डॉक्टर नारायण दास
डॉ नारायण दास, अध्यक्ष, NGD होम्योपैथिक नेत्र चिकित्सालय

ऋषिकेश : (मनोज रौतेला)  रविवार को  यानी   दिनांक 2. 2. 2025 बसंत पंचमी के शुभ अवसर पर  होम्योपैथिक हॉस्पिटल आम बाग़  गली नंबर 2 ऋषिकेश, उत्तराखंड में एक होमियोपैथिक नेत्र चिकित्सा विभाग का उद्घाटन किया गया. जिसमें केवल नेत्र संबंधी बीमारियों पर होम्योपैथिक पद्धति से चिकित्सा पर अनुसंधान किया जा रहा है. होम्योपैथिक चिकित्सा प्रणाली में नेत्र संबंधी लगभग सभी बीमारियों का इलाज उपलब्ध है. इसके लिए बीएचएमएस चिकित्सक को नेत्र चिकित्सा के लिए विशेष रूप से प्रशिक्षित किया गया है. बसंत पंचमी के शुभ अवसर पर  नेत्र चिकित्सा विभाग का उद्घाटन करते हुए अस्पताल अध्यक्ष डॉक्टर नारायण दास ने कहा कि यह NGD होम्योपैथिक नेत्र चिकित्सालय विश्व का इकलौता हॉस्पिटल  है. जहां होम्योपैथिक पद्धति से नेत्र संबंधी सभी बीमारियों की चिकित्सा की जाती है. जैसे दूर दृष्टि, नजदीक दृष्टि का कम होना, मोतियाबिंद, काला मोतियाबिंद, चोट भेंगापन  आदि की अति सरलता से चिकित्सा की जाती है. यहां आंखों की जांच अति आधुनिक मशीनों एवं एक विशेष नेत्र टेक्नीशियन के द्वारा की जाती है. संत महात्माओं एवं गरीबों के लिए मोतियाबिंद एवं काला मोतिया,  काला मोतियाबिंद, चोट, भैंगापन  आदि की अति  सरलता से चिकित्सा की जाती है. यहां आंखों की जांच अति आधुनिक मशीनों एवं एक विशेष नेत्र टेक्नीशियन के द्वारा की जाती है. संत महात्माओं एवं गरीबों के लिए मोतियाबिंद एवं काला मोतिया एवं अन्य नेत्र संबंधी कठिन बीमारियों के लिए निशुल्क विशेष सुविधा की व्यवस्था होने जा रही है. अति आवश्यकता पड़ने पर शल्य चिकित्सा की भी व्यवस्था की जा रही है. आने वाले समय में यह मल्टी स्पेशलिटी होम्योपैथिक चिकित्सालय समाज एवं देश के लिए अति उपयोगी सिद्ध होगा और   स्वामी जी का सपना सार्थक होगा.  देश में और भी इस तरह के मल्टी स्पेशलिटी होम्योपैथिक चिकित्सालय की आवश्यकता है. केवल चिकित्सक को एक विशेष चिकित्सा के लिए विशेष रूप से प्रशिक्षित करने की आवश्यकता है. होम्योपैथिक चिकित्सा प्रणाली में कठिन से कठिन (कैंसर) आदि बीमारियों की उपचार  संभव है. लेकिन सरकार इस पद्दति  की ओर विशेष ध्यान नहीं दे पा रही है. इस दौरान मौजूद रहे डॉक्टर संदीप भंडारी,डॉ प्रवीण बिजल्वान,  डॉ प्रदीप,  डॉक्टर विद्युत,   लता,  चिकित्सा सहायक, ज्वाला प्रसाद, रामेश्वरी,मोनिका, आरती आदि लोग मौजूद रहे.

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