ऋषिकेश: तीर्थनगरी में विद्यालयों में पहली बार “अवादा फाउंडेशन” के सहयोग से साइबर सिक्योरिटी सेशन का आयोजन हुआ

- विद्यार्थियों को इंटरनेट का सुरक्षित प्रयोग करने के महत्वपूर्ण सुझाव दिए गए, अवादा फाउंडेशन द्वारा साइबर सुरक्षा पर महत्वपूर्ण सत्र का आयोजन किया गया
- फाउंडेशन की ट्रस्टी ऋतु पटवारी ने शानदार जानकारी देकर छात्रों की जिज्ञाषा को शांत करने का काम किया
ऋषिकेश : तीर्थनगरी ऋषिकेश में पहली बार छात्र छात्राओं को साइबर सुरक्षा पर सेशन आयोजित हुआ. इस शानदार पहल को अमली जामा पहनाया अवादा फाउंडेशन ने बच्चों के बीच जकार. फौन्देशन के एक्सपर्ट विस्तृत प्रेजेंटेशन के माध्यम से बच्चों को इंटरनेट को प्रभावी तरीके से कैसे इस्तेमाल किया जा सकता है. इसके बारे में जानकारी दी गयी.
अवादा फाउंडेशन द्वारा ऋषिकेश के दो विद्यालयों,श्री भारत मंदिर इंटर कॉलेज और सरस्वती विद्या मंदिर आवास विकास ऋषिकेश में कक्षा 6 से 8 के विद्यार्थियों के लिए एक विशेष साइबर सिक्योरिटी सेशन का आयोजन किया गया । इस सत्र में, साइबर सिक्योरिटी विशेषज्ञ ने विद्यार्थियों को डिजिटल दुनिया में सुरक्षा के लिए आवश्यक सावधानियां और सुरक्षित व्यवहार के तरीके सिखाए। उन्होंने भारत को डिजिटल इंडिया ही नहीं, सेफ डिजिटल इंडिया बनाने पर जोर दिया, और ऑनलाइन सुरक्षा के बेसिक एवं एडवांस रूल्स के बारे में भी बताया। उन्होंने बच्चों को ऑनलाइन धोखाधड़ी, डेटा सुरक्षा, और साइबर बुलिंग के प्रति जागरूक किया। इस सेशन के द्वारा विद्यार्थियों को साइबर सुरक्षा के महत्व और इसके विभिन्न पहलुओं से अवगत कराया गया। विशेषज्ञ ने यह भी बताया कि सोशल मीडिया पर कैसे सावधानी बरती जा सकती है और निजी जानकारी की सुरक्षा कैसे की जा सकती है।

कार्यक्रम में अर्पित पाल, रुद्र गुप्ता, अनुराग बिलजवान आरुष आदि कई विद्यार्थियों ने सवाल भी पूछे। कार्यक्रम के पश्चात फाउंडेशन की ट्रस्टी ऋतु पटवारी ने बताया कि इस सेशन में सेफ डिजिटल इंडिया कैसे बने इसके बारे में विद्यार्थियों को शिक्षित किया गया। उन्होंने विद्यार्थियों को सिम क्लोनिंग के खतरों के बारे में भी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि हम विद्यालयों में गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा प्रदान करने के साथ साथ- साथ विद्यार्थियों को मोटिवेशनल स्पीचेज, साइबर सिक्योरिटी सेशन्स , एंटरप्रेन्योरशिप सेशन्स और इसी तरह के तमाम टाक्स और वर्कशॉप्स के माध्यम से प्रेरित और जागरूक रखते हैं, जिससे वे जीवन में आने वाली किसी भी चुनौती का सामना आसानी से कर सकें और एक सफल नागरिक बन सकें।
कार्यक्रम के पश्चात विद्यालय के प्रधानाचार्य उमाकांत पंत ने कहा कि कोरोना महामारी के पश्चात विद्यार्थियों में मोबाइल उपयोग की प्रवृत्ति बढ़ी है, इस सेशन से विद्यार्थियों को इंटरनेट के उपयोग में सावधानी बरतने की महत्वपूर्ण शिक्षा मिली, जो वर्तमान युग की सबसे बड़ी आवश्यकता है। छात्रों और शिक्षकों ने इस सत्र को अत्यंत उपयोगी और जानकारी पूर्ण बताया है।कार्यक्रम में अवादा फाउंडेशन की आयुशी पटवारी, बालमुकुंद मिश्र, एवं विद्यालय के शिक्षक , नरेंद्र खुराना, रजनी गर्ग, मीनाक्षी उनियाल, सतीश चौहान एवं प्रधानाचार्य उमाकांत पंत उपस्थित थें।