सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत, यूपी में आरक्षण में वर्गीकरण लागू करने की मांग की राष्ट्रीय वाल्मीकि क्रांतिकारी मोर्चा ने

- आजाद समाज पार्टी के सुप्रीमो सांसद चंद्रशेखर का किया विरोध
सहारनपुर :(खुर्शीद आलम) सर्वोच्च न्यायालय द्वारा दिये गए आरक्षण में वर्गीकरण के फैसले को उत्तर प्रदेश में लागू किए जाने की मांग को लेकर बृहस्पतिवार को राष्ट्रीय वाल्मीकि क्रांतिकारी मोर्चा से जुड़े समाज के सैकड़ों लोगों ने प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री के नाम प्रेषित एक ज्ञापन एसडीएम बेहट को सौंपा।राष्ट्रीय वाल्मीकि क्रांतिकारी मोर्चा (अराजनैतिक) के तत्वाधान में सैकड़ो महिला व पुरुष शाकंभरी मार्ग पर स्थित राजदेव धर्मशाला में एकत्र हुए। यहां से माननीय सुप्रीमकोर्ट का आभार प्रकट कर नारेबाजी करते हुए जुलूस की शक्ल में बेहट तहसील मुख्यालय पहुंचे। जहां उन्होंने प्रदर्शन किया। इस मौके पर मोर्चा के प्रदेश सचिव दीपक कांगड़ा ने कहा कि अनुसूचित जाति आरक्षण का लाभ एक दो विशेष जातियों को ही प्राप्त हो रहा है। वाल्मीकि समाज एवं अन्य दलित जातियां आरक्षण के लाभ से आज भी वंचित है। 2001 में बीजेपी की सरकार ने अति दलित और अति पिछड़ों को आरक्षण उत्तर प्रदेश में लागू किया था, लेकिन उस पर वर्ष 2004 में रोक लगा दी गई थी। जिसके चलते वाल्मीकि समाज को शैक्षिक आर्थिक रोजगार एवं राजनैतिक क्षेत्र में भागीदारी नहीं मिल पा रही है। उन्होंने ज्ञापन के माध्यम से सुप्रीम कोर्ट द्वारा आरक्षण के वर्गीकरण के फैसले को उत्तर प्रदेश में शीघ्र लागू करने की मांग की है।

विकास कांगड़ा ने कहा कि भीम आर्मी सुप्रीमों सांसद चंद्रशेखर को वाल्मिकी समाज ने तन मन धन से अपना समर्थन देकर संसद भेजने का काम किया जिसका सिला समाज को उनके विरोध के रूप में मिल रहा हैं। उन्हें यह नही पता की किसी एक जाति विशेष के दम पर कोई चुनाव नही जीत सकता।इस मौके पर गुलशन भारती मंडल महामंत्री, नाथीराम खरे जिला उपाध्यक्ष, राजेश कांगड़ा जिला उपाध्यक्ष, पुलकित कुमार जिला महामंत्री, विकास कांगड़ा, अमित वाल्मिकी, कलीराम चांडी, अश्वनी शाहपुर, बिल्लू शाहपुर सहित समाज के सैकड़ो महिला एवं पुरुष मौजूद रहे।