पिथौरागढ़ : भोजनमाता की बेटी रश्मि पंत ने “IIT परीक्षा” में आल इंडिया लेवल पर 49रैंक प्राप्त कर उत्तराखंड का नाम रोशन किया
पिथौरागढ़ : कहते हैं बच्चे अच्छे पढ़ लिख लें तो माता पिता का जीवन संवर गया…पहाड़ी की बेटी ने झंडा गाड़ा है. जी हाँ, सीमांत जनपद पिथौरागढ़ के बेरीनाग (Berinag) नगर पंचायत के भट्टीगाँव निवासी रश्मि पन्त ने IIT परीक्षा में अखिल भारतीय स्तर पर 49रैंक प्राप्त कर प्रदेश का नाम रोशन किया है. रश्मि बचपन से मेधावी रही है. रश्मि पंत ने आईआईटी (IIT) परीक्षा में अखिल भारतीय स्तर पर 49रैंक प्राप्त पूरे देश में अपना नाम कमाया है. वह अब इंजीनियर की पढ़ाई करने जा रही है IIT जैसे वर्ल्ड क्लास संस्थान से. रश्मि की माता प्रभा पन्त विद्यालय में भोजनमाता हैं. जो स्कूल में खाना बनाती है. मां की मेहनत और बेटी की लगन से सफलता मिली है.
वर्तमान में रश्मि कुमाऊं विवि के डीएसबी परिसर नैनीताल (Nainital) में बीएससी की छात्रा है. रश्मि की सफलता पर जहां एक ओर उसके परिवार में खुशी का माहौल है, वहीं आईआईटी में श्रेष्ठ प्रदर्शन कर कुमाऊं विश्वविद्यालय नैनीताल भी गौरवान्वित किया है. मूलरूप से पिथौरागढ़ जिले के भट्टीगांव बेरीनाग निवासी रश्मि पंत ने आईआईटी परीक्षा में अखिल भारतीय स्तर पर 49रैंक प्राप्त किया है, जिसके बाद उनका आई IIT कानपुर में चयन हुआ है. . रश्मि ने राजकीय प्राथमिक विद्यालय भट्टीगांव बेरीनाग से कक्षा-1 से 5 तक अध्ययन किया. कक्षा -5 उत्तीर्ण कर कक्षा-6 से 12 तक की पढ़ाई राजकीय बालिका इंटर कालेज बेरीनाग से प्राप्त की. वर्तमान में कुमाऊं विश्वविद्यालय नैनीताल से बीएससी कर रही है. रश्मि की माता प्रभा पन्त विद्यालय में भोजनमाता का कार्य करती है. रश्मि ने अपनी इस उपलब्धि से भट्टीगांव व पूरा बेरीनाग क्षेत्र का नाम रोशन किया है. ऐसे में स्थानीय लोगों ने बधाई दी है रश्मि और उसके परिजनों को.
कहाँ पड़ता है बेरीनाग ?
बेरीनाग क्षेत्र कुमाऊं मंडल पड़ता है और बागेश्वर और पिथौरागढ़ जिले के सीमा पर पड़ता है और पिथौरागढ़ जिले में पड़ता है. विश्व प्रसिद्द प्रत्येक स्थल चौकोड़ी, बेरीनाग के बगल में हैं. चौकोड़ी से पिथौरागढ़ की सीमा शुरू होती है, वहां से केवल 3 किलोमीटर की दूरी पर बेरीनाग है.
बेरीनाग (Berinag), जिसे बेड़ीनाग या बेणीनाग भी कहा जाता है, भारत के उत्तराखण्ड राज्य के कुमाऊँ मण्डल के पिथौरागढ़ ज़िले में स्थित एक हिल स्टेशन है। यह इसी नाम की तहसील का मुख्यालय भी है.नगर के समीप ही बेणीनाग का ऐतिहासिक मन्दिर है, जो कुमाऊँ के प्रसिद्ध नाग मन्दिरों में एक है। इस मन्दिर की लोकप्रियता के कारण इसके समीपस्थ क्षेत्र को भी कालांतर में बेणीनाग कहा जाने लगा। समय बीतने के साथ-साथ यह नाम पहले बेणीनाग से बेड़ीनाग हुआ, और फिर ब्रिटिश काल मे बेड़ीनाग से बदलकर बेरीनाग हो गया।
बेरीनाग 29.776 डिग्री के अक्षांशों 80.056 डिग्री के देशान्तरों पर स्थित है। समुद्र तल से इसकी औसत ऊंचाई 1,860 मीटर (6,100 फीट) है। यह राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली के 460 किमी उत्तर-पूर्व और राज्य की राजधानी देहरादून के 380 किमी पूर्व में स्थित है। बेरीनाग कुमाऊँ मण्डल के अंतर्गत आता है और यह कुमाऊँ के मुख्यालय नैनीताल के 160 किमी उत्तर-पूर्व में स्थित है। बेरीनाग हिमालय पर्वतमाला की कुमाऊंनी पहाड़ियों में बसा है। नगर के आस पास फैले जंगलों में चीड़, बांज, देवदार और साल के पेड़ बहुतायत में पाए जाते हैं। यहाँ के अधिकतर पहाड़ चूना पत्थर, बलुआ पत्थर, स्लेट, गनीस और ग्रेनाइट इत्यादि के बने हैं।
बेरीनाग की जलवायु कुमाऊँ के अन्य पर्वतीय क्षेत्रों की तरह ही उप-ऊष्णकटिबंधीय हाईलैंड प्रकार की है; गर्मियों (जून) में औसत दैनिक तापमान 21.4 डिग्री सेल्सियस के आसपास होता है, जबकि सर्दियों (जनवरी) में यह लगभग 7.9 डिग्री सेल्सियस तक गिर जाता है।[8] वर्ष भर में औसत तापमान 13.5 डिग्री सेल्सियस तक की भिन्नता प्रदर्शित करता है। सबसे शुष्क और सबसे नम महीनों के बीच वर्षा का अंतर 424 मिमी रहता है। 9 मिमी औसत वर्षा के साथ नवंबर सबसे शुष्क माह है, जबकि 433 मिमी के औसत के साथ जुलाई में सबसे अधिक वर्षा होती है।[8] कोपेन जलवायु वर्गीकरण के अनुसार नगर की जलवायु का कोड “cwb” है।
आवागमन-
पहाड़ी क्षेत्र होने के कारण सड़क मार्ग ही बेरीनाग में यातायात का सबसे सुलभ साधन है। बेरीनाग राष्ट्रीय राजमार्ग 309ए द्वारा अल्मोड़ा, बागेश्वर और गंगोलीहाट जैसे नगरों से जुड़ा हुआ है। अल्मोड़ा से जाने में वाया शेराघर और वाया बागेश्वर भी जाय जा सकता है. इसके अतिरिक्त नगर से कुछ दूरी पर ही राईआगर तथा उडियारी बेंड हैं, जहाँ से क्रमशः सेराघाट-अल्मोड़ा तथा थल-डीडीहाट/मुनस्यारी को सड़कें निकलती हैं। यह नगर बस सेवा से कुमाऊँ के सभी प्रमुख नगरों से जुड़ा हुआ है। पिथौरागढ़ में स्थित नैनी सैनी विमानक्षेत्र बेरीनाग से निकटतम हवाई अड्डा है, जो सड़क मार्ग से लगभग 90 किमी दूर है। लगभग 180 किमी की दूरी पर हल्द्वानी में स्थित काठगोदाम रेलवे स्टेशन नगर से निकटतम रेलवे स्टेशन है।