पाकिस्तान के अंदर घुसकर आतंकी अड्डों को ध्वस्त कर भारत की सुरक्षा को एक नई ऊँचाई प्रदान की है : हरीश रावत


देहरादून : प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के कद्दावर नेता हरीश रावत का भारत पाकिस्तान के बीच चल रहे संघर्ष के मामले बयान आया है. उन्हूने लिखा है, ” #पाकिस्तान के अंदर घुसकर आतंकी अड्डों को ध्वस्त कर भारत की सुरक्षा को एक नई ऊँचाई प्रदान की है। हमारे महान सैनिकों ने पाकिस्तान के अंदर आतंकवाद को प्रशिक्षण देने वाले और खूंखार आतंकी तैयार करने वाले अड्डों को ध्वस्त कर देश की सुरक्षा को एक नई ऊँचाई और गरिमा प्रदान की है। ऑपरेशन सिंदूर ने यह सिद्ध कर दिया कि अगर हमारी बेटियों और बहनों के माथे से कोई भी ताकत सिंदूर पोछने का दुस्साहस करेगी तो वह पाताल में भी होगा, तो वहां भी उसे मार गिराया जाएगा। हमें पूर्ण विश्वास है कि ऑपरेशन सिंदूर यहीं नहीं रुकेगा, जहाँ-जहाँ आतंकी हैं, उन्हें ढूँढ-ढूँढ कर मारा जाएगा। यह पाकिस्तान और पाकिस्तान की सेना के लिए भी सबक है कि वह भारत से घृणा करना बंद करें। भारत ने पाकिस्तान के विरुद्ध कोई भी सैन्य कार्रवाई हमेशा अपनी सुरक्षा को लेकर की है, जबकि पाकिस्तान ने हमेशा भारत के विरुद्ध षड्यंत्र कर सैन्य कार्रवाई से लेकर आतंकी कार्रवाइयां तक अंजाम दी हैं।”
“#भारत शांति, सौहार्द और भाईचारे पर आधारित राष्ट्र है। इसलिए हम विभिन्नताओं के बावजूद भी एक संगठित राष्ट्र हैं और पाकिस्तान घृणा और विद्वेष के आधार पर स्थापित राष्ट्र है। एक धर्म आधारित राष्ट्र होते हुए भी वह विखंडित हुआ है और आगे भी विखंडित होगा। पाकिस्तान की सेना, भारत के लोकतंत्र को हमेशा अपने लिए एक चुनौती मानती है और इसलिए वह अपने अस्तित्व को बनाए रखने और पाकिस्तान को अपने कब्जे में रखने के लिए, वहां के लोकतंत्र को अपने कब्जे में रखने के लिए भारत के खिलाफ घृणा का प्रदर्शन करती रहती है। हमें भी अब तय करना पड़ेगा कि एक मजबूत स्वावलंबी पाकिस्तान नहीं, बल्कि एक खंडित पाकिस्तान ही भारत की सुरक्षा की गारंटी है। बलूचिस्तान से लेकर पाक-अधिकृत कश्मीर तक, जहां-२ पाकिस्तानी सेना के वर्चस्व के विरुद्ध आग के सोले भड़क रहे हैं, हमें अब उन्हें और भड़कने देना चाहिए। अपने देश में हम जितना ही प्यार, सौहार्द, सहिष्णुता का वातावरण बनाएंगे, जितनी हमारी एकजुटता बढ़ेगी, पाकिस्तान उतनी ही जल्दी विखंडित होगा। उदारता हमेशा एकता को बढ़ाती है और कट्टरता, हमेशा विभाजन को जन्म देती है। हम उदार हैं, इसलिए हम एक हैं और ऊंचाइयों की ओर आगे बढ़ रहे हैं। पाकिस्तान कट्टर है इसलिए वह विखंडित हो रहा है, कमजोर हो रहा है।”
“आज हमारी उदार नीतियों के समर्थन में दुनिया खड़ी हो रही है। अब तो इस्लामिक देश भी भारत के साथ खड़े हैं या भारत को समझ और सुन रहे हैं, जो कल तक पाकिस्तान के साथ थे। हमारे देश में जितना भाई-चारा बढ़ेगा, उतना ही पाकिस्तान दुनिया में अलग-थलग पड़ेगा।लेकिन हमें अपनी आंतरिक विचारधारा, सहिष्णुता और भाईचारे को बनाए रखते हुए पाकिस्तान के प्रति एक बड़े नीतिगत बदलाव को अपनाना पड़ेगा।नेहरू जी और अटल जी जो सोचते थे, अब उस सोच के बजाय हमें दृढ़ता के साथ पाकिस्तान के संबंध में उस सोच के साथ आगे बढ़ना है जो श्रीमती इंदिरा गांधी जी की सोच थी।”