डॉक्टर है या हैवान…7000 की दवा पर डॉक्टर का कमीशन 5900 रुपये


इस सभ्य समाज में डॉक्टर को भगवान का रूप दिया है. लोग उसे भगवान मानते हैं. लेकिन यहाँ एक मामला ऐसा आया है जिससे अमानवीय कहा जाए तो शब्द कम होगा. मामला उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर का है. यहाँ पर राजकीय मेडिकल कॉलेज है जहाँ पर एक डॉक्टर मरीज को निजी तौर पर देख रहा है. मरीज के साथ गए तीमारदार रोज 7000 की दवा खरीद रहा है मेडिकल स्टोर से. डॉक्टर कह रहा है उसी मेडिकल स्टोर से ले कर आना. चौक कोतवाली इंस्पेक्टर प्रवेश सिंह ने बताया कि डॉक्टर अनिल राज के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. दरअसल, तिलहर के गांव महमदपुर निवासी रजनीश कुमार ने बताया कि पिता रीतराम बीमार हैं. 15 दिन पहले पिता को मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था. डॉक्टर ने मेडिकल स्टोर से दवा लाने को कहा डॉक्टर के कहने पर प्रतिदिन मेडिकल स्टोर से दवा लाता रहा. जिसकी कीमत प्रतिदिन ₹7000 होती थी. रिश्तेदार संतराम पिता को देखने आए. तब उनके साथ दूसरे मेडिकल स्टोर से उसी दवाई का रैपर दिखाकर दवा खरीदी. वहां वही दवा ₹1100 की मिली..जानकारी होने पर डॉक्टर तीमारदार पर गुस्स्सा हो गया और मरीज को ले जाने के लिए कहा.. खुशामद की हात जोड़े, लेकिन नहीं माना. गालियां दी…जबरदस्ती मरीज को बेड से उतार दिया. फिर उसके बाद जानकारी करने पर पता चला कि मेडिकल स्टोर उन्हीं डॉक्टर का है. जहां एक दिन की दवा ₹7000 की मिलती है. अब ये हाल है. भगवान मानते हैं जिसे लोग. ऐसे में क्या उपचार मिलेगा आप अंदाजा लगा सकते हैं. लोगों के कहना है ऐसे डॉक्टर का लाइसेंस रद्द करना चाहिए और सजा होनी चाहिए.