यूपी: यहां चला हथौड़ा भ्रस्टाचार पर सीएम योगी का, डिप्टी एसपी को बनाया सिपाही
लखनऊ। उत्तर प्रदेश से भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ी खबर आ रही है। योगी सरकार ने भ्रष्टाचार के खिलाफ एक बड़ा एक्शन लिया है। डिप्टी एसपी स्तर के अधिकारी को डिमोशन कर सिपाही बनाने के आदेश दिए हैं।
#UPCM @myogiadityanath जी ने अनुशासनहीनता के आरोपी तत्कालीन क्षेत्राधिकारी/उपाधीक्षक, जनपद रामपुर को मूल पद पर प्रत्यावर्तित करने का निर्णय लिया है। @UPGovt @spgoyal @sanjaychapps1 pic.twitter.com/0jLcwsyBmz
— CM Office, GoUP (@CMOfficeUP) November 1, 2022
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने डिप्टी एसपी विद्या किशोर शर्मा को मूल पद पर डिमोट कर दिया है। विद्या किशोर पर रामपुर में सीओ सिटी रहते कई गंभीर आरोप लगे थे। बीते साल मुख्यमंत्री के आदेश पर शासन ने विद्या किशोर के खिलाफ जांच कराई थी, जिसमें उन पर लगे आरोप सही पाए गए थे। बीते साल ही रामपुर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जनसभा के दौरान एक महिला ने आत्मदाह की चेतावनी दी थी। उसका आरोप था कि स्वामी विवेकानंद अस्पताल के संचालक विनोद यादव और तत्कालीन इंस्पेक्टर गंज रामवीर यादव ने उसके साथ गैंगरेप किया, इसमें पुलिस ने कार्रवाई नहीं की।इसी मामले में पांच लाख की घूस लेते हुए सीओ सिटी रहे विद्या किशोर का एक वीडियो वायरल हुआ था।
मामले की गंभीरता को देखते हुए मुख्यमंत्री के आदेश पर शासन ने इसकी जांच करायी थी। एएसपी मुरादाबाद की जांच में सीओ पर भ्रष्टाचार के आरोप सही पाए गए। यही नहीं विद्या किशोर शर्मा पर गोकशी करने वालों को छोड़ने के लिए इंस्पेक्टर पर दबाव डालने का भी आरोप लगा था।
जब इंस्पेक्टर ने नहीं छोड़ा तो उसे फोन पर धमकाया था, इस पर इंस्पेक्टर ने आईजी मुरादाबाद के सामने पेश होकर फोन रिकार्डिंग सुनवायी थी, जिसकी जांच आईजी मुरादाबाद ने की थी, उसमें भी यह दोषी पाए गए थे। विद्या किशोर सिपाही से प्रमोशन पार्टी डिप्टी एसपी के पद तक पहुंचे थे।