भारत विकास परिषद शाखा ऋषिकेश के वार्षिक चुनाव संपन्न…संजय व्यास अध्यक्ष तो सचिव की जिम्मेदारी जयंत शर्मा को मिली

ऋषिकेश : भारत विकास परिषद शाखा ऋषिकेश के वार्षिक चुनाव रेलवे रोड पर स्थानीय धर्मशाला में क्षेत्रीय महासचिव एनसीआर 1 अनुराग दुबलिश, क्षेत्रीय संयुक्त सचिव एनसीआर 1 विनीत संगल की उपस्थिति व देखरेख में संपन्न हुए. अध्यक्ष, सचिव, महिला संयोजिका के पद पर क्रमशः संजय व्यास, जयंत किशोर शर्मा, गीता मनचंदा व प्रदेश कार्यकारिणी के लिए दीपक धमीजा व अशोक रस्तोगी को चुना गया. परिषद के होने वाले आगामी कार्यक्रम के रूपरेखा भी तय की गई है. इस दौरान परिषद में नए सदस्य को जोड़ने पर जोर दिया गया। बैठक में प्रांतीय वित्त सचिव ललित पांडे, कुशल पाल सिंह चौहान अमित गुप्ता व शाखा ऋषिकेश के संरक्षक रमेश चंद्र जैन, इंद्र कुमार गोदवानी, संदीप मल्होत्रा, अजय गुप्ता, कृष्ण कुमार सिंघल, राजीव अग्रवाल, हेम पांडे, ज्योति सजवाण, ललित मनचंदा व परिषद के अनेकों सदस्य इस दौरान उपस्थित रहे.
भारत विकास परिषद –
भारत विकास परिषद एक स्वैच्छिक संगठन है, जहां जीवन के सभी क्षेत्रों के नागरिक देशभक्ति, राष्ट्रीय एकता और अखंडता की भावना को बढ़ावा देने और स्वस्थ-समर्थ-संस्कृति की भावना को बढ़ावा देने के माध्यम से मानव प्रयास के सभी क्षेत्रों में हमारे देश के विकास और वृद्धि के लिए काम करने के लिए शामिल होते हैं।भारत विकास परिषद एक सेवा एवं संस्कार-उन्मुख अराजनैतिक, सामाजिक-स्कृतिक स्वयंसेवी संस्था है जो स्वामी विवेकानंद के आदर्शो को अपनाते हुए मानव-जीवन के सभी क्षेत्रों (संस्कृति, समाज, शिक्षा,नीति, अध्यात्म, राष्ट्रप्रेम आदि) में भारत के सर्वांगीण विकास के लिये समर्पित है। इसका लक्ष्यवाक्य है – “स्वस्थ, समर्थ, संस्कृत भारत”।स्वामी विवेकानन्द के जन्मशताब्दी के अवसर पर 12 जनवरी सन् 1963 कों भारत के प्रमुख उद्योगपतियों एवं समाज-सुधारकों जैसे- लाला हंसराज, डॉ सूरज प्रकाश आदि द्वारा “नागरिक समिति” (Citizens Council) की स्थापना की गयी थी ताकि चीनी आक्रमण का प्रतिकार किया जा सके। बाद में इसी का नाम “भारत विकास परिषद” (BVP) रखा गया। 10 जुलाई सन् 1963 को सोसायटीज पंजीकरणअधिनियम, 1860 के अन्तर्गत इसका पंजीकरण हुआ। इस प्रकार यह परिषद स्वामी विवेकानन्द के आदर्शों एवं शिक्षाओं पर चलती है।