ऋषिकेश नगर निगम चुनाव में 18000 वोटों को गलत तरीके काटा गया – अभिनव थापर


- “कांग्रेस का मेरा वोट मेरा मेरा अधिकार” अभियान…जारी
- समित पूरे प्रदेश के 102 निकायों में RTI के माध्यम से सूचना प्राप्त कर यह जानकारी जुटा रही है कि क्यों भारी संख्या में मतदाताओं के नाम काटे गए, या बढ़ाएं गए
- ऋषिकेश नगर निगम में 18000 वोटों को गलत तरीके काटा गया, एक मनसा देवी वार्ड – 37 से ही 1700 से अधिक वोट काटे गए. ऋषिकेश नगर निगम चुनाव का नतीजा वोटों के कटने से प्रभावित हुआ
- कांग्रेस ने दी चेतावनी मेयर-आयुक्त विवाद जल्द ख़त्म करें, शहर के विकास कार्य में ध्यान लगायें, नहीं तो आन्दोलन


उत्तराखंड मताधिकार संरक्षण समिति ने उत्तराखंड में जिलेवार, नगर निगम वार विस्तृत कार्यक्रम बना लिया है. प्रदेश भर में वंचित वोटरों से RTI लगा कर चुनाव आयोग से नाम काटने के कारण जाने जाएंगे।इसके पश्चात जिलाध्यक्ष मोहित उनियाल एवं पीसीसी सदस्य जयेंन्द्र रमोला ने संगठन पर जोर देने की बात पर कहा कि पूर्व में जो ब्लॉक एवं मंडलम की कमेटीयाँ बनाई गई थी. उन पर पुनः ध्यान देने की जरूरत है. क्योंकि उनमें से कुछ लोग उसे प्रकार से पार्टी हितों के लिए कार्य करने में सक्रिय भूमिका नहीं निभा रहे हैं. तथा कुछ लोग नगर निगम चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी के विरुद्ध कार्य करते हुए पाए गए. नगर निगम में मिली हार को बुलाकर हमें आगे की सुध लेते हुए हमें संगठन को मजबूत करने हेतु ब्लॉक एवं मंडलम अध्यक्षों एवं उनकी कार्यकारिणी पर बूथ लेवल से ही परिश्रम करना पड़ेगा. तथा आज से ही मतदाता सूची पर काम करना पड़ेगा तभी 2027 में विधायक के चुनाव में अपनी जीत को प्रशस्त कर पाएंगे lइसी क्रम में नगर निगम ऋषिकेश में महापौर और नगर आयुक्त के बीच हो रहे घमासान के बारे में महानगर कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष नि.पार्षद एडवोकेट राकेश सिंह ने कहा कि आज जो कुछ यहाँ देखने को मिल रहा है. वह ऋषिकेश और नगर की जनता के विकास के लिए अच्छे संकेत नहीं है. हमने नगर आयुक्त महोदय का वो कार्यकाल भी देखा है. जब वो यहाँ उपजिलाधिकारी के पद पर आसीन थे. वह बहुत सुलझे हुए और नियमों के बहुत सख्त व्यक्ति है. तथा ना खाऊंगा ना खाने दूंगा के मूल मंत्र पर कार्य करते हैं. आज इस झगड़े की भी मुख्य वजह यही है. ऋषिकेश स्थित भाजपा की छोटी सरकार को नियमों की सख्ती और कमीशनखोरी पर लगी ये लगाम पसंद नहीं आ रही. महापौर और भाजपा के छुटभईया नेताओं तथा उनके चेलों ने जो नगर निगम के विकास कार्यों के लिए आई धनराशि की बंदरबाँट करने की जो योजना बनाई थी. वह उनको विफल होती नजर आ रही है. जिसके परिणाम स्वरूप ये विरोध हो रहा है. मुख्यमंत्री से उनको यहाँ से हटाने की गुहार लगाई जा रही है. इस संबंध में मैं समस्त कांग्रेस कमेटी की ओर से महापौर महोदय एवं मुख्यमंत्री जी को चेता देना चाहता हूँ कि जल्द से जल्द इस विवाद को खत्म कर ऋषिकेश के विकास के कार्यों को आगे बढ़ाएं. अन्यथा कांग्रेस इस मुद्दे के लिए उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होगी l
आज की इस महत्वपूर्ण बैठक में विजयपाल सिंह रावत,भगवान सिंह पवार, गजेंद्र विक्रम शाही, दीपक प्रताप जाटव, मदन मोहन शर्मा, भगवती प्रसाद सेमवाल, मनीष शर्मा, राकेश अग्रवाल, ऋषि सिंघल,नीरज शर्मा, ललित मोहन मिश्रा, सूरज भट्ट राजेंद्र कोठारी, हरि सिंह नेगी, मनोज गोसाई, मनीष जाटव, रामकुमार भतालिए, अमित सरीन, आदित्य झा, विक्रम जीत वशिष्ठ, सुमित चौहान, प्रदीप जैन,भूपेंद्र राणा, जगजीत सिंह जग्गी, अमित शाह, गौरव यादव गोल्डी आदि कांग्रेसजन उपस्थित रहे l