ऋषिकेश: देवभूमि मॉ गंगा स्वयंसेवी चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा उत्तराखंड की लोक संस्कृति दिवस और तुलसी पूजन दिवस मनाया
- स्वास्थ्य के लिए वरदान है तुलसी-हरिओम ज्ञानी
- हमारी लोक भाषाएं हमारी संस्कृति की अमूर्त धरोहर- रीना उनियाल
ऋषिकेश:देवभूमि मॉ गंगा स्वयं सेवी चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा लोक संस्कृति एवं तुलसी पूजन दिवस धार्मिक परंपरागत, रीति रिवाज से गढ़वाली वेशभूषा मे लोक नृत्य संस्कृतिक कार्यक्रम एवं गढ़वाली व्यंजन परोसे गए जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में गंगा सेवा समिति के अध्यक्ष दिनेश डबराल, पूर्व राज्य मंत्री रमेश उनियाल, ऋषिकेश गंगा आरती ट्रस्ट के अध्यक्ष हरिओम शर्मा ज्ञानी कर्मा इंटरनेशनल फाउंडेशन ट्रस्ट अध्यक्ष अतुल शाह, हिमांशु बिजलवान की धर्मपत्नी नीलम बिजलवान देवभूमि के संरक्षक गजेंद्र उनियाल, उद्यान विभाग के संरक्षक केंद्र प्रभारी जगदीश पुरोहित जी, पर्यवेक्षक रवि शंकर बडोला ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का उद्घाटन किया । संगीता गुप्ता ने मंच का संचालन किया। कला नित्य द्वारा विभिन्न कलाकारों द्वारा प्रस्तुति दी गई। संस्थापक अध्यक्ष रीना उनियाल ने बताया कि हमें अपने मंगल कार्य गढ़वाली लोक संस्कृति द्वारा ही कराए जाने चाहिए और इस को बढ़ावा देना चाहिए। रीना उनियाल ने कहा कि स्थानीय भाषाओं को प्रोत्साहित करना हमारी लोक संस्कृति की संरक्षण का सराहनीय प्रयास है। हमारी लोक भाषाएं हमारी संस्कृति की अमूर्त धरोहर हैं।
देवभूमि मां गंगे स्वयंसेवी चैरिटेबल ट्रस्ट की ओर से तुलसी का पूजन दिवस मनाया गया। इस मौके पर युवाओं को भारतीय संस्कृति को याद रखने के लिए जागरूक भी किया गया। इस मौके पर ऋषिकेश गंगा आरती ट्रस्ट के अध्यक्ष हरिओम शर्मा ज्ञानी ने कहा कि तुलसी स्वास्थ्य के लिए प्रकृति का वरदान है। इससे वातावरण भी स्वच्छ रहता है। इसकी पत्तियों के सेवन से शरीर को कई तरह की बीमारियों से छुटकारा मिलता है। ट्रस्ट की सभी महिलाओं ने मिलजुल कर गढ़वाली व्यंजन झंगोरा की खीर, कोदे की रोटी, अर्से, स्वालै, उड़द की दाल की पकौड़ी, आलू, पिंडालू, चौंशु पकाए और सभी मेहमानों को समस्त व्यंजन परोसे गए। देवभूमि मां गंगा स्वयंसेवी चैरिटेबल ट्रस्ट और कर्मा इंटरनेशनल फाउंडेशन ट्रस्ट द्वारा अनाथ बच्चोें को स्कूल बैग, जैकेट, गर्म टोपी जुराबे और सभी जरूरतमंद गरीब लोगों को गरम कंबल वितरित किए गए।
इस मौके पर मां सुरकंडा देवी डोली उपासक अजय बिजलवान जी देवभूमि मां गंगे स्वयंसेवी चौरिटेबल ट्रस्ट संस्थापक अध्यक्ष रीना उनियाल, संस्थापक सचिव- अमिता उनियाल, कोषाध्यक्ष- योगेश उनियाल, गजेंद्र उनियाल , बबीता सकलानी, रौनी पंवार, अर्चना बिजलवान, कुमुद कोठारी, मधु रतूड़ी, संगीता, ममता नेगी, सुनीता बिष्ट, सरला भट्ट, उषा शर्मा, पंडित गंगेश कुकरेती, मधु बिजलवान पत्नी विजेंद्र बिजलवान, आशीष, शुभम, सुषमा, खुशी भट्ट, शीशपाल रावत, हर्षिता, रीना नेगी, आदि लोग मौजूद थे।