उत्तराखंड के वित्त मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने दिया पद से इस्तीफा…विडियो देखिये
प्रेस वार्ता के दौरान पद से इस्तीफे की घोषणा करते हुए प्रेमचंद अग्रवाल हुए भावुक


#WATCH | Dehradun | Uttarakhand Parliamentary Affairs and Finance Minister Premchand Aggarwal gets emotional as he announces his resignation from his post. He says, “I always want my state to develop and keep moving forward. Whatever my contribution will be required, I will do… pic.twitter.com/7t0s79FlPh
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) March 16, 2025
देहरादून : उत्तराखंड की राजनीती से बड़ी खबर आ रही है. ऋषिकेश से भाजपा विधायक और कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने इस्तीफा दे दिया है. प्रेस वार्ता के दौरान, देहरादून में उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से वातावरण बनाया गया. आज साबित करना पड़ रहा है कि उत्तराखंड के लिए योगदान दिया. राज्य आंदोलन में लाठियां खाईं. ऐसे व्यक्ति को टारगेट बनाया जा रहा है. आहत हूं, ऐसे में मुझे इस्तीफा देना पड़ रहा है. इसके बाद से राजनीतिक हलचल तेज हो गई है. प्रेम चंद अग्रवाल ने आनन-फानन में प्रेस कान्फ्रेंस बुलाई थी. आपको बता दें कि विधानसभा के बजट सत्र में इनकी एक पहाड़ी समाज के खिलाफ विवादित टिप्पणी के बाद राज्य के कई हिस्सों में विरोध हुआ था जो अब जारी था. कई जगह विरोध चल रहा था. लोग काफी आक्रोशित थे. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से की मुलाकात फिर सरकारी गाडी भी छोड़ी. वहीं, प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस्तीफे का ऐलान कर कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल सीधे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के पास पहुंचे. जहां उन्होंने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात की फिर इस्तीफा सौंपा. इसके साथ ही सरकारी गाड़ी भी छोड़ी.
ये था विवाद–
21 फरवरी 2025 को उत्तराखंड विधानसभा सत्र के दौरान संसदीय कार्य मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने सदन में विवादास्पद बयान दिया था. जिसे लेकर सदन के भीतर और बाहर जमकर बवाल हुआ था. जबकि, 22 फरवरी को सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष ने मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल से माफी मांगने की मांग को लेकर खूब विरोध किया था. बदरीनाथ से कांग्रेस विधायक लखपत बुटोला ने तो सदन में कागज फाड़ दिया था. साथ ही अपनी सीट से भी उठ गए थे. बिपक्ष के साथ साथ भाजपा के ही कई मंत्रियों ने विरोध करना शुरू कर दिया था. उसके बाद प्रदेश में अलग अलग जगहों पर विरोध शुरू हो गया था और मंत्री के इस्तीफे की मांग करने लग गए थे लोग. ऐसे में मामला पार्टी पर आ खडा हुआ था. विरोध करने वालों में कई तो भाजपा के भी कार्यकर्त्ता सामने आ गए थे. दबी जुबान वे भी विरोध में उतर आये थे. संगठन, सरकार के लिए दिन प्रतिदिन स्थित नाजुक हो रही थी. अब जल्द कैबिनेट विस्तार भी होने वाला है. देखना होगा इसको मंत्री बनाया जाता है किसको बाहर का रास्ता दिखाया जाता है.