यूपी : वीरांगना दुर्गा भाभी मातृशक्ति का वह स्वरूप,जिसने क्रांति को दी दिशा व बनाया शिक्षा को मिशन : अशोक श्रीवास्तव


- मातृशक्ति ने दी थी क्रांति को दिशा — आज भी हैं प्रेरणा का स्रोत
दीपांकुश चित्रांश क़ी रिपोर्ट…खबर उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर जिले से है जहाँ जिला पंचायत प्रांगण में वीरांगना दुर्गा भाभी (श्रीमती दुर्गा देवी बोहरा) की जयंती पर श्रद्धांजलि एवं सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में उपस्थित अतिथियों ने वीरांगना दुर्गा भाभी की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ.अजय कुमार तिवारी (जिलाध्यक्ष) ने की, जबकि विशिष्ट अतिथि के रूप में शिवमूर्ति पांडे (प्रदेश महामंत्री), मुख्य अतिथि अशोक कुमार श्रीवास्तव (प्रांतीय अध्यक्ष), कौशलेंद्र शुक्ला (सर्वव्यवस्था प्रमुख एवं उपाध्यक्ष ),अनिल श्रीवास्तव (संरक्षक) तथा आज के कार्यक्रम के प्रमुख श्रीमती इंदुमती श्रीवास्तव जिन्होंने दुर्गा भाभी के प्रतिनिधि के रूप में कार्यक्रम में अपनी सहभागिता दर्ज की ।
इस अवसर पर प्रांतीय अध्यक्ष अशोक श्रीवास्तव ने कहा कि वीरांगना दुर्गा भाभी का जीवन भारतीय नारी शक्ति का अद्वितीय उदाहरण है। उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम में न केवल सहयोग दिया बल्कि सक्रिय भागीदारी निभाई। उन्होंने चंद्रशेखर आज़ाद के लिए पिस्तौल खरीदने,भगत सिंह को लाहौर से बचाकर सुरक्षित स्थान तक पहुँचाने और अपने पति भगवती चरण वोहरा के साथ क्रांतिकारी गतिविधियों में अहम भूमिका निभाई। आज़ादी के बाद उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में ऐतिहासिक योगदान करते हुए सिटी मॉन्टेसरी स्कूल की स्थापना की,जो आज भी उनके समर्पण का प्रतीक है। दुर्गा भाभी न केवल क्रांतिकारियों की सहयोगी थीं,बल्कि स्वयं स्वतंत्रता संग्राम की अग्रणी योद्धा थीं। कार्यक्रम में राधेश्याम पांडे,विनय यादव,राहुल भान, अवधेश कुमार साहू,सिकंदर, राम शुक्ला,विजय सिंह, डॉ. लाल जी तिवारी एवं काशी प्रसाद श्रीवास्तव सहित अनेक शिक्षाविद व सामाजिक कार्यकर्ता उपस्थित रहे। अंत में उपस्थितजनों ने एक स्वर में संकल्प लिया कि वे राष्ट्रनायिकाओं के योगदान को जन-जन तक पहुँचाने में सदैव सक्रिय रहेंगे।