UK: सुशीला सेमवाल प्रतिष्ठित “देवी अहिल्याबाई होलकर पुरस्कार” से सम्मानित

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  • ऋषिकेश की सामाजिक कार्यकर्ता सुशीला सेमवाल प्रतिष्ठित “देवी अहिल्याबाई होलकर पुरस्कार” से सम्मानित
  • मुझे खुशी है यह पुरस्कार ऋषिकेश की सामाजिक कार्यकर्ता सुशीला सेमवाल को मिला जिनका जीवन संघर्ष से भरा है,महिलाओं के लिए प्रेरणा हैं-डॉक्टर राकेश उनियाल
  • देवी अहिल्याबाई होलकर पुरस्कार 2025 देश का प्रतिष्ठित पुरस्कार माना जाता है
  • इससे पहले सुशीला सेमवाल को राष्ट्र विभूति सम्मान से भी नवाजा गया है
ऋषिकेश : तीर्थनगरी स्थित ढालवाला  निवासी प्रसिद्ध समाजिक कार्यकर्ता और अखिल भारतीय सीता राम परिवार की प्रदेश अध्यक्ष सुशीला सेमवाल को उनके कार्यों की वजह से पुरस्कृत  किया गया है.  बुधवार को राजधानी देहरादून में आयोजित एक कार्यक्रम में देश के प्रतिष्ठित “देवी अहिल्याबाई होलकर पुरस्कार 2025” से उन्हें नवाजा गया.  यह पुरस्कार देवी अहिल्याबाई होलकर के बंसज एडवोकेट पंकज होलकर की मौजूदगी में कैबिनेट मंत्री  सतपाल महाराज के हाथों दिया गया.  उनके अलावा अन्य महिलाओं को भी सम्मान से नवाजा गया. कार्यक्रम का आयोजन  देहरादून के  बदरीपुरम में आयोजित  सोसाइटी ऑफ मिशन 4जी प्लस (गौ, गंगा, गांव और गायत्री) रजी० के वार्षिकोत्सव-2025 के अवसर पर दिया गया। इस दौरान दो दिवसीय मेले का भी आयोजन किया गया है. कार्यक्रम में  सम्मानित करते हुए सेमवाल को देवी अहिल्याबाई होलकर की मूर्ति, प्रशस्ति प्रत्र और शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर सेमवाल ने मंत्री सतपाल महाराज को अपने जीवन के बारे में लिखी हुई पुस्तक रत्न प्रभा भी भेंट की। मंत्री सतपाल महाराज ने  सेमवाल को बधाई देते हुए कहा, यह एक महिला की मेहनत, लगन  प्रेरणा से संभव है. जिनको सम्मान मिला है उनको बधाई और अपनी तरफ से मैं शुभकामनायें देता हूँ. समाज में ये और अच्छा काम करें यही मेरी इनसे  उम्मीद है.
कार्यक्रम में  उत्त्तराखण्ड के गांधी स्वर्गीय इंद्रमणि बडोनी की जयंती पर उनको श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए वक्ताओं ने उनको याद किया गया। राज्य सभा सांसद और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट भी मौजूद रहे कार्यक्रम में. शाम के वक्त मंत्री सुबोध उनियाल भी रहे कार्यक्रम में  मौजूद. उल्लेखनीय है,  यह पुरस्कार गिने चुने समाज के विभिन्न वर्गों  से जुड़ी प्रतिष्ठित महिलाओं को दिया गया है।जिसमें से  समाज सेवा, संस्कृति संवर्धन, महिला और  सशक्तिकरण में योगदान देने के लिए सेमवाल को चुना गया। इस अवसर पर सुशीला सेमवाल ने कहा “मुझे खुशी है इस प्रतिष्ठित सम्मान को पाकर मैं अत्यंत  खुशी महसूस कर रही हूं। समिति का आभार जताती हूँ। उन्होंने कहा गुरु जी जगद्गुरु द्वाराचार्य स्वामी दयाराम देवानंदाचार्य महाराज का आशीर्वाद और प्रेरणा से यह सब हो पाया है. उनके दिखाए रास्ते पर चल कर आज यहाँ मंच पर सम्मान प्राप्त कर पा रही हूँ. मेरा यह मानना है सच्चे मन से अगर आप काम करो तो भगवान  और गुरु जन का आशीर्वाद आपको मिलता है. मैं समिति के अध्यक्ष  सुभाष चंद्र भट्ट जी का भी आभार जताती हूँ” आपको बता दें, इससे पहले सेमवाल को रूडकी में आयोजित एक कार्यक्रम में  “राष्ट्र विभूति सम्मान”  से भी नवाजा गया है. 

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सुशीला सेमवाल सम्मानित होने के बाद
कार्यक्रम के दौरान गौरी रौतेला के नेतृत्व में माँ नंदा की डोली भी पहुंची थी. जिसका सभी लोगों ने आशीर्वाद प्राप्त किया. साथ ही जौनसारी, कुमाऊनी और गढ़वाली पारम्परिक परिधानों में महिलायें पहुंची थी. जिन्हूने शानदार प्रस्तुति दी. देश के अन्य राज्यों और उत्तराखंड के कई जिलों से लोग पहुंचे थे कार्यक्रम में.  इस दौरान  मौजूद उपस्थित में पर्यटन व सिंचाई मंत्री सतपाल महाराज, राज्यसभा सांसद और प्रदेश अध्यक्ष भाजपा महेंद्र भट्ट, वन मंत्री सुबोध उनियाल,  CMI हॉस्पिटल के सर्जन डॉक्टर राकेश उनियाल, आरुशी निशंक, आशुतोष डंगवाल,  ममता पांगती, मधुसूदन राव होलकर, इरा कुकरेती, सुभाष चंद्र भट्ट,  सरिता उनियाल, सुमित्रा पैन्यूली, सोनम सेमवाल, विकास पैन्यूली समेत सैकड़ों देश प्रदेश से आये हुए लोग रहे।
वन मंत्री सुबोध उनियाल के साथ सम्मानित होने के बाद
अलग अलग संस्कृति के वाहक महिलायें पारम्परिक परिधानों में

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