पोलैंड में ऋषिकेश के दो युवकों की मौत, 20 बीघा के रहने वाले थे दोनों

दोनों युवा टिहरी जिले के मूल रूप से रहने वाले थे, वर्तमान में ऋषिकेश में रह रहे थे

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  • दोनों मूल रूप से टिहरी जिले के माल गाँव और सरपोली के रहने वाले थे. अनिकेत उर्फ़  अनु नेगी उम्र (25) माल गाँव का  रहने वाला था.  दीपक राणा उर्फ़ दीपू सरपोली का रहने वाला था
  • दोनों पडोसी हैं और दोनों के परिवार  20 बीघा कोलोनी में लम्बे समय से रह रहे हैं 
  • नौकरी लिए गए थे, दीपू अप्रैल २०२४ में  विदेश गया था, अनिकेत दो वर्षों से नौकरी कर रहा था विदेश में 
  • दीपक के पिता कांट्रेक्टर का काम करते हैं, जबकि अनिकेत के पिता पदम सिंह नेगी  प्रॉपर्टी और विदेश भेजने का काम काम करते हैं 

ऋषिकेश : पोलैंड में उत्तराखंड के रहने वाले दो युवकों  की मौत की खबर आ रही है. दोनों युवा ऋषिकेश के 20 बीघा कालोनी के रहने वाले थे. दोनों मूल रूप से टिहरी जिले के माल गाँव और सरपोली के रहने वाले थे. अनिकेत उर्फ़  अनु नेगी  उम्र 24 वर्ष  माल गाँव का  रहने वाला था. और दीपक राणा    उर्फ़ दीपू (23)  पुत्र  कुंवर सिंह राणा  सरपोली का रहने वाला था. दोनों की उम्र 25 से 30 वर्ष के  बीच बताई जा रही है. मीरा नगर नि पार्षद सुंदरी कंडवाल ने दोनों के निधन पर दुःख ब्यक्त किया है. पीड़ित परिवार के लिए संवेदना प्रकट की है.  काफी समय से दोनों के परिवार ऋषिकेश स्थित 20 बीघा कोलोनी के गली नंबर 3 में  रह रहे हैं. दोनों ही युवा नौकरी की तलाश में गए थे और वहां पर किसी कम्पनी  में काम करते थे. बताया जा रहा है वहां पर दीपू पहले नहाने गया था कोई तालाब/कुवां जैसी जगह थी. जब दीपू वापस नहीं आया तो अनु भी उसको देखने कूदा वह भी नहीं आया. दोनों के शव सोमवार को बरामद हुए हैं.

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पड़ोसियों से मिली जानकारी के अनुसार,  इनके साथ कोई सुमन विहार का राजू नाम का युवक भी बताया जा रहा था जो बच गया. दून के शव  को  अब भारत लाने की प्रक्रिया चल रही है. दोनों पडोसी हैं 20 बीघा कोलोनी में दोनों के  परिवार रहते हैं. बताया जा रहा है.  अनु इस महीने या अगले महिने तक  घर आने  वाला था छुट्टी लेकर. दीपू अप्रैल महीने में गया था पोलैंड. अनु एक दो साल पहले नौकरी के लिए गया था.  जहाँ तक परिवार की बात  है  अनु परिवार में बड़ा लड़का था उसका एक छोटा भाई है. जबकि दीपू छोटा बेटा था उसका एक बड़ा भाई है. दोनों की शादी नहीं हुई है. युवा बच्चों की इस तरह की  खबर पा कर  परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है. नि. पार्षद गुरविंदर सिंह गुर्री के अनुसार दोनों युवक काफी होनहार थे और दोनों का जाना हम सबके लिए बड़ा दुखदायक है। पीड़ित परिवार के लिए मेरी संवेदना है। ईश्वर उनको शक्ति प्रदान करें दुख सहन करने की। लम्बी प्रक्रिया के तहत  फिलहाल दोनों के शव भारत लाने की  प्रक्रिया जारी है. बताया जा रहा है,  एक दो दिन में भारत पहुँच सकते हैं दोनों के शव.

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