श्री स्वामिनारायण आश्रम, ऋषिकेश में श्रद्धा और भक्ति के साथ संपन्न हुआ तुलसी पूजन

- श्री स्वामिनारायण आश्रम, ऋषिकेश में श्रद्धा और भक्ति के साथ संपन्न हुआ तुलसी पूजन, स्वास्थ्य व आध्यात्मिक लाभों पर दिया गया संदेश
- तीर्थ नगरी ऋषिकेश का प्रसिद्ध आश्रम है श्री स्वामी नारायण आश्रम, देश विदेश से पहुंचते हैं भक्त
- आध्यात्म, शांति और योग का अद्भुत मिलन महसूस करते हैं भक्त और साधक आश्रम में
- मां गंगा किनारे स्थित है आश्रम, शाम के वक्त माँ गंगा आरती से हर कोई आशीर्वाद ग्रहण करता है
ऋषिकेश : श्री स्वामिनारायण आश्रम, गंगा आरती घाट में दिनांक 25 दिसंबर 2025 को तुलसी माता के पावन पूजन का धार्मिक एवं आध्यात्मिक आयोजन श्रद्धा और विधि-विधान के साथ संपन्न हुआ। गंगा तट पर आयोजित इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने सहभागिता की और तुलसी माता का आशीर्वाद प्राप्त किया।इस पवित्र अवसर पर प्रविण भाई लाड जी, अंजना लाड जी, ऋषिराज सुनील भगत जी, आचार्य गंगाराम जी एवं भक्ति स्वामी जी ने विशेष रूप से उपस्थित रहकर तुलसी पूजन में भाग लिया। वैदिक मंत्रोच्चारण, दीप प्रज्वलन एवं पुष्प अर्पण के साथ तुलसी माता की पूजा-अर्चना की गई। कार्यक्रम के दौरान भजन-कीर्तन से श्री स्वामिनारायण आश्रम गंगा आरती घाट भक्तिमय वातावरण से गूंज उठा।

कार्यक्रम में ऋषिकुमारों ने उपस्थित श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए तुलसी के धार्मिक, आध्यात्मिक एवं औषधीय महत्व पर विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सनातन धर्म में तुलसी को माता का दर्जा प्राप्त है और भगवान विष्णु व श्रीकृष्ण की पूजा तुलसी के बिना अधूरी मानी जाती है। तुलसी भक्ति, पवित्रता और सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक है।ऋषिकुमारों ने अपने संबोधन में कहा कि तुलसी का नियमित पूजन घर में सुख-शांति, समृद्धि और सकारात्मक वातावरण बनाए रखता है। साथ ही यह वातावरण को शुद्ध कर नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने में सहायक होती है। उन्होंने बताया कि तुलसी का पौधा पर्यावरण संरक्षण की दृष्टि से भी अत्यंत लाभकारी है।

स्वास्थ्य के संदर्भ में उन्होंने बताया कि आयुर्वेद में तुलसी को अमृत समान औषधि माना गया है। तुलसी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने, सर्दी-खांसी, बुखार, तनाव एवं श्वसन संबंधी रोगों में लाभकारी है। तुलसी का नियमित सेवन शरीर और मन दोनों को स्वस्थ रखने में सहायक होता है।कार्यक्रम के अंत में सभी श्रद्धालुओं ने सामूहिक रूप से तुलसी माता की आरती की और विश्व शांति, मानव कल्याण तथा स्वस्थ समाज की कामना की। आश्रम प्रबंधन ने बताया कि इस प्रकार के आयोजनों का उद्देश्य समाज को भारतीय संस्कृति, आध्यात्मिक जीवन, स्वास्थ्य और पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक करना है।तुलसी पूजन का यह आयोजन श्रद्धा, आस्था और सामाजिक चेतना का सुंदर संगम बनकर सभी के लिए प्रेरणादायक सिद्ध हुआ।



