अंधे मोड़ों पर इस तरह कॉन्वेक्स मिरर लगा रही है पुलिस उत्तराखंड में, जानिये इसके बारे में

ख़बर शेयर करें -

ऋषिकेश : अंधे मोड़ों पर सामने से आने वाले वाहन का अंदाज़ा नहीं हो पाता है ऐसी इस स्थिति में अंधे मोड़ों पर कॉन्वेक्स मिरर यातायात बचाव में काफ़ी उपयोगी साबित होते हैं.  इसी को ध्यान में रखते हुए चारधाम यात्रा को सुरक्षित बनाए रखने के लिए चमोली पुलिस ने बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर दुर्घटना संभावित अंधे मोड़ो पर कन्वेक्स मिरर लगाये गये। इससे वाहन चालकों को दूसरी दिशा से आने वाले वाहन की जानकारी मिल सकेगी।

ALSO READ:  शिवपुरी में गंगा नदी में डूबा ब्यक्ति, फरीदाबाद से आया था 5 लोगों का ग्रुप, SDRF का सर्च जारी

कॉन्वेक्स मिरर  क्या होता है ? 

गोलीय दर्पण (Spherical Mirror) वे दर्पण हैं जिनका परावर्तक तल गोलीय होता है। उत्तल दर्पण (convex mirror / कान्वेक्स मिरर) — जिस दर्पण का परावर्तक तल बाहर की तरफ उभरा रहता है उसे उत्तल दर्पण कहते हैं। कॉन्वेक्स मिरर के जरिए आप बहुत दूर से आ रहे वाहनों को भी आराम से देख सकते हैं, और सावधान होकर अपनी गाड़ी नियंत्रित कर सकते हैं. बहुत से लोगों को इस मिरर के सही इस्तेमाल के बारे में नहीं पता होता है, लेकिन ये एक्सीडेंट को रोकने में बहुत मददगार होते हैं. पहाड़ों में खास तौर पर इसका बहुत उपयोग होता है. इससे सामने वाले वाहन का पता चल जाता है. ड्राईवर अलर्ट हो  जाता है. दुर्घटनाएं कम होती हैं.

ALSO READ:  रायवाला : 36 घंटे बीत गए लेकिन केसर सिंह राणा की मौत का रहस्य बरकरार, जयेन्द्र मिले कोतवाल से दी चेतावनी

Related Articles

हिन्दी English