ऋषिकेश में निर्मल आश्रम दीपमाला में बीसवाँ अंतर-सदनीय दो दिवसीय खेल महोत्सव, रंगीन कार्यक्रमों के साथ हुआ भव्य उद्घाटन

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ऋषिकेश :प्रतिष्ठित निर्मल आश्रम दीपमाला में दो दिवसीय सतहत्तरवाँ अंतर-सदनीय खेल महोत्सव का आयोजन सुसज्जित प्रांगण में धूमधाम से किया गया। मुख्य अतिथि  नरेश सिंह नयाल, विशिष्ट अतिथि  शैफाली रावत, विद्यालय के संस्थापक परम पूज्य महंत राम सिंह  महाराज एवं प्रशासक संत जोध सिंह  महाराज के पावन आशीर्वाद से मंचासीन थे। विद्यालय के अध्यक्ष डॉ. एस.एन. सूरी, शैक्षिक सलाहकार  रेणु सूरी, निर्मल आश्रम की विभिन्न संस्थाओं से आए गणमान्य व्यक्तियों एवं अभिभावकों का विद्यालय की प्रधानाचार्या  ललिता कृष्णास्वामी ने हार्दिक स्वागत किया।

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पधारे  नरेश सिंह नयाल (सेवानिवृत्त वायु सैनिक) जो वर्तमान में भारतीय दृष्टिबाधित फुटबॉल टीम के सहायक प्रशिक्षक के रूप में कार्यरत हैं, उन्हूने  ओलम्पिक ध्वज फहराया.  विद्यालय के चारों सदनों के मार्च पास्ट की सलामी ली. तथा विद्यालय के चारों सदनों के खेल कप्तानों को खेल भावना व ईमानदारी के साथ खेल प्रतियोगिताओं में भाग लेने की शपथ दिलाकर खेल महोत्सव का शुभारंभ किया। आतिशबाजी की गई, रंग-बिरंगे गुब्बारे व शुभंकर छोड़ने के बाद खेल मशाल प्रज्वलित की गई। तत्पश्चात, कार्यक्रम की सफलता हेतु ईश्वर से आशीर्वाद हेतु शब्द   गायन किया गया। सांस्कृतिक कार्यक्रमों के अंतर्गत कक्षा चार के विद्यार्थियों ने पोम-पोम से स्वागत आकृति बनाकर विद्यालय परिसर में आए सभी अतिथियों का भव्य स्वागत किया। इसके पश्चात कक्षा सात के बच्चों ने हूपला ड्रिल के माध्यम से वृक्ष की सुंदर आकृति बनाकर ‘वृक्ष बचाओ’ का संदेश देते हुए प्रस्तुति दी। कक्षा आठ के विद्यार्थियों ने डम्बल ड्रिल करते हुए ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ का प्रदर्शन किया। और  संदेश दिया. पांच महाद्वीपों के प्रतीक ओलंपिक रिंग बनाकर सभी दर्शकों को तालियां बजाने पर मजबूर कर दिया। स्कूल के विद्यार्थियों ने ‘योग फॉर ऑल’ के माध्यम से योगासनों की विभिन्न मुद्राओं के माध्यम से अनुशासन, नियंत्रण और धैर्य का अद्भुत प्रदर्शन किया.  इसे व्यावहारिक जीवन में लागू करने के लिए प्रेरित किया। खेलों की शुरुआत नर्सरी कक्षा से तीसरी कक्षा तक के छोटे बच्चों की दौड़ से हुई। दूसरी कक्षा के लड़कों के ‘डैडी सुरेश’ वर्ग में नैतिक ने प्रथम, शिवांश ने द्वितीय और वत्सलना ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। यूकेजी बालिका वर्ग की ‘गारलैंड रेस’ में जियांशी-सान्वी, निशिका-सीरत, आशी-दियांशी ने क्रमशः स्वर्ण, रजत और कांस्य पदक जीते। एलकेजी बालक वर्ग में रिशांत बिष्ट प्रथम, एरॉन राणा द्वितीय और शिवाय भंडारी तीसरे स्थान पर रहे। ‘टिशूर रेस’ के तीसरे वर्ग में बालिका वर्ग में आरोही को स्वर्ण पदक, आरोही चौहान को रजत पदक, अय्याधस्माना को कांस्य पदक से सम्मानित किया गया। बालक वर्ग ‘ए’ ग्रुप की 100 मीटर दौड़ में ऋषभ भानेगी ने स्वर्ण, शिवन शरावत ने रजत और आर्यन पंवार ने कांस्य पदक जीता। बालिका वर्ग ‘बी’ ग्रुप की 200 मीटर दौड़ में गीतिका, ऋतिक चौधरी और निधि ने क्रमशः स्वर्ण, रजत और कांस्य पदक जीते।

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बालक वर्ग ‘सी’ में  400 मीटर की ग्रुप दौड़ में अनमोल राणा प्रथम, अनमोल डबराल द्वितीय और सिद्धार्थ बडोला तृतीय स्थान पर रहे। कार्यक्रम की विशिष्ट अतिथि, भारतीय दृष्टिबाधित फुटबॉल टीम की कप्तान शैफाली रावत ने दृष्टिबाधित खिलाड़ियों को फुटबॉल खेलने के लिए कैसे प्रशिक्षित किया जाता है, इसका उदाहरण दिया।कार्यक्रम के अंत में, मुख्य अतिथि ने अपने ओजस्वी और प्रेरक भाषण में पढ़ाई के साथ-साथ खेलों में रुचि बढ़ाने का आह्वान किया और पूरे कार्यक्रम की व्यवस्था की भी प्रशंसा की तथा विद्यालय परिवार को उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन, प्रबंधन और निर्देशन के लिए बधाई दी। विद्यालय के अध्यक्ष डॉ. एस.एन. सूरी ने मुख्य अतिथि और शैफाली राव को सम्मान और आदर के प्रतीक के रूप में पगड़ी और स्मृति चिन्ह भेंट किया। इस अवसर पर विद्यालय के चेयरमैन डॉ. एस.एन. सूरी, शैक्षिक सलाहकार  रेणु सूरी, एन.जी. की प्रधानाचार्या डॉ. सुनीता शर्मा,  अमृत पलदांग, सरदार गुरप्रीत सिंह नरवाल, सुनील दत्तकला, संजीव सिंह, सरदार मंजीत सिंह,  नीरू अरोड़ा,  मुकुल तायल, प्रशासनिक विभाग, शारीरिक विभाग और शिक्षकगण उपस्थित थे।

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