उत्तरांचल पर्वतीय कर्मचारी शिक्षक संगठन, शाखा ऋषिकेश का अधिवेशन एस पी एस राजकीय चिक्तिसालय, ऋषिकेश के सभागार में  सफलतापूर्वक सम्पन्न

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  • उत्तरांचल पर्वतीय कर्मचारी शिक्षक संगठन, शाखा ऋषिकेश का दिनांक 03.09.2024 के अधिवेशन संपन्न हुआ
  • शाखा ऋषिकेश के कर्मचारी UPS के कारण अक्रोशित है, पुरानी पेंशन बहाली के लिए अग्रिम रणनीति बनाई जाएगी: थलवाल
  • सरकार द्वारा यूपीएस एक छलावा है , संगठन UPS/NPS का पुरजोर विरोध करती है, पुरानी पेंशन की बहाली तक संगठन लड़ाई जारी रखेगा :अभिषेक नवानी 
ऋषिकेश : उत्तरांचल पर्वतीय कर्मचारी शिक्षक संगठन, शाखा ऋषिकेश का अधिवेशन एस पी एस राजकीय चिक्तिसालय, ऋषिकेश के सभागार में  सफलतापूर्वक सम्पन्न कराया गया।अधिवेशन के मुख्य अतिथि  पूर्णानंद नौटियाल प्रांतीय अध्यक्ष,  अशोक राज उनियाल प्रांतीय महामंत्री,  पंचम सिंह बिष्ट प्रांतीय संरक्षक,  सुभाष देवलियाल प्रांतीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष,  आशीष जोशी, जनपदीय अध्यक्ष,  उर्मिला द्विवेदी जनपदीय सचिव की गरिमाई अतिथियों की उपस्थिति एवम  आर एस पावर मुख्य संयोजक की अध्यक्षता में नियमानुसार  शांतिपूर्वक तरीके से संपन्न कराया गया।
अधिवेशन में  अभिषेक नवानी अध्यक्ष,  जी एस थलवाल सचिव,   मनोज कुमार गुप्ता वरिष्ठ उपाध्यक्ष,  विनोद नेगी उपाध्यक्ष,  पूनम रावत महिला उपाध्यक्ष,  हुकम सिंह संयुक्त मंत्री,  मोहन सिंह संगठन मंत्री,  संदीप कुकरेती कोषाध्यक्ष,  अखिलेश कुकरेती संपरिक्षक एवं  एसपी घिल्डियाल संरक्षक सर्वसहमति से निर्विरोध पदाधिकारी घोषित किए गए। उत्तरांचल पर्वतीय कर्मचारी शिक्षक संगठन की नवगठित कार्यकारिणी के अध्यक्ष  अभिषेक नवानी द्वारा मंच से कहा गया कि सरकार द्वारा यूपीएस एक छलावा है , संगठन UPS/NPS का पुरजोर विरोध करती है, पुरानी पेंशन की बहाली तक संगठन लड़ाई जारी रखेगा।  थलवाल, सचिव ने कहा कि शाखा ऋषिकेश के कर्मचारी UPS के कारण अक्रोशित है, पुरानी पेंशन बहाली के लिए अग्रिम रणनीति बनाई जाएगी।वरिष्ठ उपाध्यक्ष  मनोज कुमार गुप्ता जी ने साफ शब्दों में कहा कि जब तक कर्मचारियों को पुरानी पेंशन नहीं मिलेगी तब तक संगठन संघर्ष अपना जारी रखेगा।अधिवेशन में ऋषिकेश का स्वास्थ्य विभाग, पशुपालन विभाग, वन विभाग, लोक निर्माण विभाग, राजस्व विभाग, लोक निर्माण विभाग, सिंचाई विभाग, जलागम विभाग, शिक्षा विभाग, परिवहन विभाग, जल संस्थान, आदि के कर्मचारी अधिकारी भारी संख्या में उपस्थित रहे।

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