श्री रामायण प्रचार समिति का वार्षिकोत्सव…श्रीराम कथा के श्रवण से होता है सकारात्मक ऊर्जा का संचार: स्वामी गोपाल आचार्य

- तुलसी मानस मंदिर में आयोजित दस दिवसीय वार्षिकोत्सव का दूसरा दिन
- सतगुरु के बताएं मार्ग पर चलकर ही कोई भी समाज प्रगति कर सकता है : युवराज स्वामी गोपालाचार्य महाराज
ऋषिकेश :तुलसी मानस मंदिर में आयोजित दस दिवसीय वार्षिकोत्सव के दूसरे दिन कथा व्यास स्वामी गोपालाचार्य महाराज ने भगवान श्री राम की मर्यादा और उनके पराक्रम पर विस्तार से प्रकाश डाला।श्री तुलसी मानस मंदिर ऋषिकेश में आयोजित कार्यक्रम में जगद्गुरु उत्तराखंड पीठाधीश्वर स्वामी कृष्णाचार्य महाराज के उत्तराधिकारी युवराज स्वामी गोपालाचार्य महाराज ने कहा की राम कथा श्रवण मात्र से मनुष्य में सकारात्मक ऊर्जा को संचार होता है। सतगुरु के बताएं मार्ग पर चलकर ही कोई भी समाज प्रगति कर सकता है। उन्होंने कहा गोस्वामी तुलसीदास की ओर से रचित रामायण आज भी प्रासंगिक है। उन्होंने सरल भाषा के साथ रामायण की रचना की और भगवान श्री राम के पुरुषार्थ और जीवन को सरल भाव के साथ आमजन के लिए उपलब्ध कराया।स्वामी गोपालाचार्य महाराज ने कहा कि रामचरितमानस’ में राम के चरित्र को एक आदर्श राजा, पुत्र, पति और मित्र के रूप में दर्शाया गया है। यह ग्रंथ हमें सत्य, धर्म, प्रेम और भक्ति का मार्ग दिखाता है।
तुलसीदास जी ने ‘रामचरितमानस’ के माध्यम से समाज को एक सूत्र में बांधने का प्रयास किया है। उन्होंने ‘रामचरितमानस’ में विभिन्न जातियों और वर्गों के लोगों के लिए संदेश दिया है, जो आज भी प्रासंगिक है। इस अवसर पर श्री तुलसी मानस मंदिर के महंत रवि प्रपन्नाचार्य महाराज, अशोक कुमार अरोड़ा, प्रवीण अग्रवाल, अभिषेक शर्मा, श्याम अरोड़ा, रामचंद्र, योगेश पहा, पंडित वेद प्रकाश शर्मा, राजीव लोचन, मनमोहन शर्मा, रमाकांत भारद्वाज, मदन नौटियाल आदि मौजूद रहे।