यूपी : कलयुगी बेटे ने पिता पर दर्ज कराया मुकदमा तो..पिता ने बेटे से छीना अंतिम संस्कार का भी हक़..
पीड़ित पिता मुख्यमंत्री के दरबार मे जाकर मांगेगा न्याय..न्याय न मिलने कही प्राण त्याग देने की बात..

खबर उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर जिले से है जहाँ एक कलयुगी पुत्र ने 90 वर्ष के पिता समेत पूर्व मंत्री के पुत्र व अन्य के खिलाफ जालसाजी का केस दर्ज कराया है। बेटे के इस कृत्य से नाराज पिता ने बेटे से अपने अंतिम संस्कार का अधिकार छीन लिया है। पिता का ये भी कहना है कि वह सीएम योगी के जनता दर्शन में जाकर न्याय मांगेंगे। यदि न्याय नहीं मिला तो अपना प्राण त्याग देंगे।
दरअस्ल जिले के मोतिगरपुर थानाक्षेत्र अंतर्गत गौरा गांव में राम चरित्र पाण्डेय ने अपने बेटे अरुण पांडेय को रोजगार देने के लिए 2 वर्ष पूर्व शैक्षिक सेवानिवृत्ति ले ली और अपने स्थान पर उसे लगा दिया। वह एक इंटर कॉलेज में लिपिक के पद पर तैनात थे। इस पर भी बेटा संतुष्ट नहीं हुआ तो उसकी पत्नी के नाम जमीन का बैनामा कर दिया। इसके बाद बेटे अरुण ने पिता रामचरित्र का जीना दूभर कर दिया। जिससे तंग आकर रामचरित्र ने गांव छोड़ दिया और छोटे बेटे अरविंद पाण्डेय की ससुराल शमौली थाना करौंदीकला में जाकर रहने लगा।
कलयुगी बेटे अरुण पाण्डेय ने अपने पिता रामचरित्र और छोटे भाई अरविंद के साथ अरविंद की पत्नी किरण पांडे पर मुकदमा दर्ज कर दिया। दबाव बनाने के लिए उसने पूर्व मंत्री जय नारायण तिवारी के बेटे डॉक्टर मुकेश तिवारी को भी मुकदमे में अभियुक्त बनाया है। लगातार प्रताड़ना से तंग आकर पिता ने अंतिम संस्कार का अधिकार छीन लिया है। कहा कि वह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जनता दरबार में जाकर न्याय मांगेंगे। डीएम-एसपी के दरबार में न्याय की फरियाद करेंगे। इस पर भी न्याय नहीं मिला तो वह अपना प्राण दे देंगे।
रामचरित्र पांडेय ने बताया कि मेरे बड़े बेटे ने मुझे बहुत प्रताड़ित किया। जिससे परेशान होकर हम अपने बेटे के ससुराल में आकर रह रहे हैं। मेरे ऊपर मेरे बड़े बेटे ने मुकदमा दर्जकर दिया है। मेरी इच्छा है कि मेरे मरने के बाद वह मेरी अंत्येष्टि के कार्यक्रम में शामिल न हो। मेरे और पूर्व मंत्री जय नारायण तिवारी के बेटे पर मुकदमा दर्जकर के मेरे ऊपर दबाव बनाया जा रहा है कि जैसा मैं कहूं वैसा आप करिए। मैंने अपने बड़े बेटे की पत्नी के नाम जो जमीन दिया है उसको वापस कराया जाए। यदि मुख्यमंत्री भी हमारी सुनवाई नहीं करेंगे मुझे न्याय नहीं देंगे तो मैं वहां जाकर अपना प्राण दे दूंगा।