गायों की दुर्दशा से दुखी गौ सेवक ने किया आत्मदाह का प्रयास,सदर कोतवाल ने अखिलेश अवस्थी को जिला अस्पताल में भर्ती कराया उपचारी जारी
उन्नाव: उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले की घटना है. जहाँ पर कलेक्ट्रेट परिसर में उस वक्त हड़कंप मच गया जब नामांकन के दौरान गौ सेवक अखिलेश अवस्थी ने आग लगाकर आत्मदाह करने का प्रयास दिया।
अखिलेश अवस्थी ने नामांकन के लिए लगाई गई बैरिकेडिंग के अंदर घुस कर आत्मदाह करने का प्रयास किया. आग लगाकर कलेक्टरेट के सामने दौड़ लगाते हए जिला प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। वहीं जिला प्रशासन मुर्दाबाद बाद, जय हो गौ माता की नारेबाजी करते हुए कलक्ट्रेट परिसर की तरफ दौड़े. जिसके बाद आनन-फानन में बैरिकेडिंग पर तैनात पुलिस ने अखिलेश अवस्थी के कपड़े फाड़ कर आग बुझाई। मौके पर पहुंचे सदर कोतवाल ने अखिलेश अवस्थी को जिला अस्पताल में भर्ती कराया। जहां उपचार चल रहा है। वही अखिलेश अवस्थी ने सदर विधायक पर आरोप लगाया है कि विधायक ने गौवंशो को भूसे की तरह गौशाला में भरा है और वहां कोई कोई चारे की व्यवस्था नहीं की गयी इससे गौवंश मर रहे है ।
गौरक्षक सेवा के अखिलेश अवस्थी उन्नाव में बेजुबान के लिए 24 घंटे मदद के लिए खड़े रहते हैं। इसके साथ ही वह स्वयं की गौशाला बनाकर कई गोवंश को पाल रहे हैं। वही बंदर से लेकर अन्य जीव-जंतु भी उनकी गौशाला में है। दही चौकी में भूसे की तरह भरे गए गौवंशो का हाल देख उन्होंने जिला प्रशासन से इसकी शिकायत की लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. इसके बाद मंगलवार को उन्नाव के कलेक्ट्रेट सभागार में चल रहे नामांकन के दौरान खुद को पेट्रोल डालकर आग लगा दी. जलता देख आसपास मौजूद पुलिस कर्मियों में हड़कंप मच गया. आनन-फानन उन्हें मौजूद सीओ ने किसी तरह बचाया और उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया है। इधर आत्मदाह की सूचना पर उन्नाव प्रशासन में भी हड़कंप मचा हुआ है। देखना यह होगा कि प्रशासन आप इन गौवंशो के लिए क्या कदम उठाएगा।
अखिलेश अवस्थी ने बताया कि ये परिस्थितियां आज नहीं बनी ये परिस्थितियां 10 वर्ष पहले बनी थी। जब हमने स्वयं को इन बेजुबानों की सेवा के लिए के लिए अपने को समर्पित करने का प्रयत्न शुरू किया था इस बीच जब चुनाव आए हैं तो सत्ता दल के लोग अपने वोट बटोरने के लिए उन गौवंशियो को भूसे की तरह वहां से भर भर कर पीट-पीटकर ला रहे हैं और जहां बंद कर रहे हैं वहां ना तो उनके जाड़े से बचने की व्यवस्था है ना तो उनके खाने-पीने के प्रबंध है. हालात यह है एक एक गौ आश्रय में दर्जनों गोवंशी रोज मर रहे हैं. हम पिछले दस बारह दिन से लगातार प्रयत्न कर रहे हैं किसी से फोन से बात करते हैं. किसी को आगाह करते हैं नतीजे में होता यह है अखिलेश भाई यह सब चलता है. यह ना करिए हमारा चुनाव खराब हो जाएगा तो मैं स्पष्ट रूप से यह बता देना चाहते हैं कि हमारा योगी जी से कोई शिकायत नहीं है. उनसे उनके प्रयत्न है गौवंशियो की उचित व्यवस्था हो. लेकिन यह योगी जी के जो जगह जगह पर विधायक है सांसद है यह बहुत गंदे लोग हैं. इनको प्रभुता और पैसे के आगे कुछ नहीं दिखता है. हम पर लगातार प्रयत्नशील है लगातार प्रार्थना कर रहे हैं और ये अपनी प्रभुता और पैसे के आगे बंद करके मार डाल रहे हैं. सारे विधायक हैं हम तो सदर में रहते हैं सदर की ही बात करते हैं. यहां पर ना जाने कितने चक्र हमने बात की हर बार कहते हैं कि प्रबंध हो रहे हैं. हालात यह है कि रोज सुबह दर्जनों गौवंशियो के मरने की सूचना आ जाती है. कहीं से वीडियो आ जाते हैं तो हम इस स्थिति में है. हम उनका मरना नहीं देख पा रहे हैं. हमारी इच्छा तो थी कि हम आग लगाकर विधायक सांसदों को पकड़ लें लेकिन सुबह इंस्पेक्टर अखिलेश पांडे कहा कि ऐसा मत करिए मैं देखता हूं. तो मैंने उनसे कह दिया था नहीं मैं आत्मदाह नहीं करूंगा. लेकिन मन नहीं मानता बार-बार चिल्लाते हैं यह करेंगे वह करेंगे. फिर नपुंसक की तरह बैठ जाते हैं. अब बैठ नहीं पाएंगे बिल्कुल नहीं बैठ पाएंगे।