ऋषिकेश : नगर निगम परिसर में स्थित स्वर्गीय बडोनी हाल का जल्द होगा सौंदर्यकरण : महापौर

ख़बर शेयर करें -

ऋषिकेश : (मनोज रौतेला) उत्तराखंड राज्य निर्माण सेनानियों की एक आवश्यक बैठक नगर निगम परिसर ऋषिकेश स्वर्गीय इंद्रमणि बडोनी हॉल में हुई. बैठक में वक्ताओं ने 10% आरक्षण तथा चिन्हीकरण करण सहित 9 मांगों पर सरकार से निराकरण करने का आग्रह किया है।इस दौरान महापौर ऋषिकेश नगर निगम अनिता ममगाईं भी पहुंची.

बैठक में वक्ताओं ने यह भी कहा राज्य सरकार ने जो वर्तमान में चिन्हीकरण करवाने हेतु शासनादेश जारी किया है. उसमें शिथिलता बरती जाए. ताकि जिन लोगों की राज्य आंदोलन में अहम भूमिका रही उनका भी चिन्हीकरण हो सके. उन्होंने कहा कि बहुत जल्दी एक प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मिलकर राज्य आंदोलनकारियों की मांगों पर ठोस कार्रवाई की मांग करेगा.इस दौरान बैठक में नगर निगम की महापौर अनिता ममगाईं भी पहुंची. उनका जन्मदिन भी बड़ी धूमधाम से मनाया गया. महापौर में उन शहीदों का आशीर्वाद लेते हुए कहा कि मेरे लायक राज्य निर्माण सेनानियों का कोई भी आदेश होगा मैं हमेशा उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलूंगी। हरदम मदद करने का प्रयास करूंगी।उन्होंने कहा नगर निगम परिसर में स्थित स्वर्गीय बडोनी हाल / शहीद स्थल का सौंदर्यकरण होना है मैं चाहती हूँ जल्द से जल्द हो जाए. इसकी हम कोशिश कर रहे हैं.

ALSO READ:  लक्ष्मण झूला पुलिस ने मानसून ओर कावड़ मेले के दृष्टिगत बेहतर आपदा प्रबंधन के लिए किया एकदिवसीय प्रशिक्षण

इस अवसर पर र वेद प्रकाश शर्मा, डीएस गुसाईं, गंभीर मेवाड़, बलवीर सिंह नेगी, गुलाब सिंह रावत, युद्धवीर सिंह चौहान, हुकम सिंह पोखरियाल, विशंभर डोभाल, बृजेश डोभाल, गोपाल धनाई, महादेव सिंह, रामगढ़, हेमंत डंग, हरि सिंह नेगी, कुसुम लता शर्मा, उर्मिला डबराल, मुनि ध्यानी, सुशीला शर्मा, अंजू गैरोला, दर्शनी रावत, जया डोभाल, कमला पोखरियाल, सुशीला राणा, कमला रौतेला, रोशनी खरोला, जयंती नेगी, यशोदा नेगी, लक्ष्मी बूढ़ाकोटी, राजेश शर्मा, पितांबर सहित सैकड़ों लोग मौजूद थे, बैठक की अध्यक्षता वेद प्रकाश शर्मा तथा संचालन डीएस गुसाई ने किया।

ALSO READ:  हरिद्वार में बस चोरी हो गयी, लेकिन पुलिस ने २४ घंटे के अन्दर की बरामद...जानें चोर कौन निकला
ख़ास बात –

डीएस गुंसाई ने कहा “अभी जारी जीओ के अनुसार मानें तो मुश्किल ही कोई चिन्हीकरण हो पायेगा…ऐसी शर्तें सरकार ने रखीं हैं….जो मुश्किल हैं. हम चाहते हैं इसमें सरकार थोड़ा स्थिलता बरते. अख़बार में छपी हुई रिपोर्ट अब मान्य नहीं होगी। केवल जेल और घायल होनी की स्थित में राज्य निर्माण सेनानी /राज्य आंदोलनकारी माना जायेगा”.

 

Related Articles

हिन्दी English