ऋषिकेश :तुलसी मानस मंदिर के महंत रवि प्रपन्नाचार्य महाराज का 47वां प्रकटोत्स्व पर्यावरण संरक्षण एवं संवर्धन एवं वैदिक परंपराओं के साथ मनाया गया

ऋषिकेश : राम तपस्थली ब्रह्मपुरी में तुलसी मानस मंदिर के महंत रवि प्रपन्नाचार्य महाराज ने अपना 47 वां जन्म महोत्सव पर्यावरण संरक्षण एवं संवर्धन एवं वैदिक परंपराओं के साथ मनाया जन्म उत्सव आज राम तपस्थली ब्रह्मपुरी आश्रम में बड़ी धूमधाम के साथ अखिल भारतीय संत समिति विरक्त वैष्णो मंडल के सभी संत समाज ने बड़ी प्रेम और श्रद्धा के साथ जनमानस के प्रिय का जन्म उत्सव मनाया.
इस अवसर पर महंत रवि प्रपन्नाचार्य महाराज के जन्मोत्सव में बोलते हुए महामंडलेश्वर दयाराम दास महाराज ने कहा कि गंगा के इस पावन तट और हिमालय की पवित्र वादियों से एक आह्वान करने का समय आ गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारत का मान पूरे विश्व में बढ़ा रहे हैं। उन्हें यह संस्कृति और संस्कार हमारी ऋषि-मुनियों से मिले हैं पर्यावरण संरक्षण एवं संवर्धन का संकल्प लेते हुए जन्म महोत्सव में सभी ने अग्नि कुंड में अपनी आहुति डालते हुए आव्हान किया हम गंगा तटों पर पौधारोपण करके मां गंगा की अविरल धारा वह पर्यावरण को संतुलित बनाने का सदैव प्रयास करेंगे.अंतर्राष्ट्रीय संत स्वामी शंकर तिलक महाराज ने कहा कि हमें धर्म और संस्कृति को आचरण में लाना जरूरी है। हमें अपनेे धर्म को प्रत्यक्ष रूप से आचरण में उतारना होगा। हमारी संस्कृति श्रेष्ठ संस्कृति है परंतु भारतीय संस्कृति के उत्थान के लिए प्रयत्न करना होगा। सनातन धर्म पर हमारी सृष्टि है, धर्म नहीं तो सृष्टि नहीं अतः उसे पहचान कर उस पर चलने वाले सुखी रहेंगे।
शुक्रवार राम तपस्थली ब्रह्मपुरी आश्रम में तुलसी मानस मंदिर के महंत रवि प्रपन्नाचार्य महाराज का 47 वां जन्म महोत्सव के अवसर पर आए हुए अखिल भारतीय संत समिति विरक्त वैष्णव मंडल के सभी संत समाज में में एक स्वर में आह्वान किया कि हम सभी अपना जन्म महोत्सव पर्यावरण संरक्षण एवं संवर्धन के लिए अग्नि को साक्षी मानकर संकल्प लें कि हमारी भूमि में सब कुछ है, छह हजार वर्षों से हम खेती कर रहे हैं और आज भी कर रहे हैं। जो बातें विज्ञान की उपयोगी हैं। वह हमारे वेदों में उपलब्ध हैं। हमारे पास पहले से ही ज्ञान भी है और विज्ञान भी है।
इस अवसर पर अंतर्राष्ट्रीय संत स्वामी शंकर तिलक महाराज विरक्त वैष्णव मंडल ऋषिकेश के अध्यक्ष महामंडलेश्वर स्वामी दयारामदास महाराज जगन्नाथ आश्रम के परमाध्यक्ष स्वामी अरुण दास महाराज स्वामी विजयानंद सरस्वती महाराज अखिल भारतीय संत समिति के अध्यक्ष स्वामी गोपालाचार्य स्वामी उमेशानंद सरस्वती स्वामी अखंडानंद सरस्वती स्वामी आलोक हरि महाराज स्वामी महावीर दास स्वामी प्रमोद दास आचार्य अजय भट्ट स्वतंत्रता चैतन्य गौरी चैतन्य स्वामी शिवराम दास आरती चैतन्य मौजूद रहे।