ऋषिकेश : राज्य के ख़ज़ांची की विधानसभा व निगम कंगाली के दौर में : जयेंद्र रमोला

ऋषिकेश : शनिवार को जारी प्रेस विज्ञप्ति में पूर्व ऋषिकेश विधायक प्रत्याशी जयेंद्र रमोला ने कहा की जहां एक ओर भाजपा और भाजपा के लोग अमृत काल की बात कर रहे है वहीं दूसरी ओर धर्म नगरी ऋषिकेश जो चार धाम यात्रा का मुख्य द्वार भी है उसके नगर निगम की बिजली बकायेदार होने के कारण काट दी जाती है ।
जहां सांसद भाजपा के मंत्री/विधायक भाजपा के मेयर भाजपा के हैं और कई इंजनों की सरकार होने के बावजूद भी नगर निगम सहित विधानसभा वित्त को तरस रहा है. एक करोड़ से अधिक बिजली का बिल बकाया होने पर बिजली काट दी जाती है और विधानसभा के विकास कार्य रोके जा रहे हों तो क्या भविष्य होगा? ऋषिकेश विधानसभा का और नगर निगम का? रमोला ने कहा, पूर्व में मैंने सोशल मीडिया व प्रिंट मीडिया के माध्यम से बार-बार मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि मंत्री और मेयर की आपसी लड़ाई के चक्कर में ऋषिकेश आज पिछड़ता जा रहा है। जहां ऋषिकेश के विधायक ही वित्त मंत्री हो तो यहाँ अब तक करोड़ों के काम होने चाहिये थे. परन्तु इनकी लड़ाई से आज कूड़े का निस्तारण रूका पड़ा है, श्यामपुर फाटक में फ़्लाइओवर नहीं बन पाया है. ऋषिकेश में मल्टीस्टारी पार्किंग नहीं बन पाई. ग्रामीण क्षेत्र में महिला डिग्री कॉलेज नहीं बन पाया. बाढ़ ग्रस्त गांव में तटबंध व सुरक्षा के कार्य हो जाने चाहिए थे. परन्तु मंत्री और मेयर की लड़ाई ने ऋषिकेश को पिछाड़ दिया है.
रमोला ने कहा कि कुछ माह पूर्व कूड़े के बजट की वित्त स्वीकृति मिलने पर मंत्री के लोगों द्वारा बड़े-बड़े होडिंग लगाए गए परन्तु कूड़ा आज तक जस का तस है । नालियाँ बनाने पर मंत्री अपना स्वागत करवाते हैं. इससे अच्छा होता कि बड़ा काम करते ऋषिकेश को इस कंगाली से बचाते तो जनता आपका स्वंय भव्य स्वागत करती।
रमोला ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से की अपील-
जयेन्द्र रमोला ने कहा, मैं मुख्यमंत्री से कहना चाहता हूं कि आप ऋषिकेश में हस्तक्षेप करें और मंत्री और मेयर की आपसी लड़ाई को देखते हुऐ स्वंय ऋषिकेश के लिये वित्तीय स्वीकृति दें. ताकि ऋषिकेश के रूके विकास की रुकावट दूर हो सके.और ऋषिकेश विधानसभा जो पिछड़ती जा रही है वह विकास की ओर बढ़ सके ।