ऋषिकेश : हाथी, तेंदुवा, नील गाय,हिरन, लोमड़ी इत्यादि…की गलियां की गयी बंद JCB से, खदरी खड़क माफ में इसलिए…
फसल सुरक्षा के दृष्टिगत वन्यजीवों द्वारा खेतों की सीमा पर बनाये गए गलियारे बन्द किये
ऋषिकेश : जिन गलियों में वन्य जीव घूमते थे अब वह बंद कर दी गयी हैं खदरी खड़क माफ़ में. ग्राम सभा खदरी खड़क माफ के वन्यजीव प्रभावित खादर क्षेत्र में किसानों को अब रातभर फसल सुरक्षा के लिए पहरा नहीं देना पड़ेगा। जिला गंगा सुरक्षा समिति के नामित सदस्य पर्यावरणविद विनोद जुगलान के आग्रह पर वन क्षेत्राधिकारी ऋषिकेश ने फौरी तौर पर वन्यजीवों द्वारा बनाये गए गलियारों को जेसीबी लगाकार बन्द कराया है।यह सुरक्षा के अस्थाई उपाय के तौर पर किया गया एक प्रयोग है।जबकि फसल सुरक्षा के लिए कैम्पा योजना के अंतर्गत शीघ्र ही सुरक्षा दीवार का निर्माण किया जाएगा।गौरतलब है कि जिला गंगा सुरक्षा समिति के नामित सदस्य विनोद जुगलान द्वारा खादर के किसानों की समस्याओं को बीते दिसम्बर माह में समिति की बैठक में जिलाधिकारी देहरादून के समक्ष प्रमुखता से उठाया गया था,जिसका संज्ञान लेते हुए समिति के अध्यक्ष जिलाधिकारी देहरादून डॉ आर राजेश कुमार ने सम्बंधित विभागों को किसानों की समस्याओं का निदान करने के निर्देश दिए थे। लेकिन चुनाव में व्यस्तता के कारण समस्या निराकरण के क्रियान्वयन में देरी हुई।अब शीघ्र ही सिंचाई विभाग द्वारा सौंग नदी की बाढ़ से सुरक्षा को सुरक्षा दीवार और वन विभाग की ओर से हाथी एवं सुवर रोधी दीवार बनाना प्रस्तावित है।फिलहाल वन विभाग की ओर से खादर के किसानों की गेंहूँ की फसल सुरक्षा को गलियारे बन्द करा दिए गए हैं।शुक्र वार को खदरी के खादर क्षेत्र में 22 बीघा तोक की सीमा पर खाई से मलबा निकाल कर वन्यजीवों द्वारा बनाये गए गलियारों को बाधित किया गया है।
मौके पर वन दरोगा स्वयम्बर दत्त कण्डवाल,वनबीट अधिकारी राजेश बहुगुणा,वनकर्मी मनोज कुमार,स्थानीय कृषक धर्म पाल, भारत भूषण नौटियाल,जिला गंगा सुरक्षा समिति के सदस्य विनोद जुगलान आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहे।