ऋषिकेश : रूस से पहुंचा 5 लोगों का दल केदारनाथ धाम के दर्शन के लिए,  बोले भारत हमारा दूसरा घर 

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  • इनमें से यूरी १२ बार चारधाम आ चुके हैं. सनातन धर्म में है बड़ी आस्था
  • चार महिलायें और एक पुरुष पहुंचे हैं भारत रूस से 
  • महिलायें बार बार कह रही थी खारोसाओ….स्पासिबा मतलब धन्यवाद, बहुत अच्छा

ऋषिकेश : [मनोज रौतेला]  सनातन धर्म में आस्था इतनी गहरी है की रूस से भारत पहुँच गए पांच लोग. ये सभी श्री केदारनाथ धाम दर्शन के लिए जा रहे हैं. ऋषिकेश में ट्रांजिट कैंप में मुलाकात के दौरान नेशनल वाणी से ख़ास  बात करते हुए  यूरी (६२) ने बताया वे १२ बार चारधाम यात्रा के लिए आ चुके हैं. हाथों में लाल रंग का पासपोर्ट लिए और  गले में रुद्राक्ष की माला,  गेरुवा वस्त्र पहने और बार-बार जय केदार बाबा का नाम लेते हैं. यूरी ने बताया मेरे साथ आये बाकी सदस्य,  इस बार ये लोग नए हैं जो मेरे साथ आये हैं. सभी सनातन धर्म को मानने वाले हैं. पाँचों के नाम हैं बटलर यूरी, गूवाएलेना, ब्रेबरिना, च्लियाना और मर्कोवाना है.

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एक पुरुष और चार महिलाएं दल में . सभी रूसी हैं ये लोग रविवार को रूस से भारत पहुंचे हैं. सिर्फ चार धाम यात्रा करने  के लिए आये हुये हैं. जब ये यहाँ पहुंचे तो,   इनका ऑनलाइन पंजीकरण नहीं हुआ था. विदेशी मेहमान होने के नाते इनका पंजीकरण हाथों हाथ  हैण्ड कर दिया गया. स्वागत डेस्क पर बैठी ओजस्विनी उर्फ़  नेहा तिवारी ने बताया हम इनकी मदद कर रहे हैं जितनी हो सके. अब  इनका पजीकरण हो गया है. अब ये श्री केदारनाथ के लिए अगले दिन यहाँ से रवाना होंगे.  यूरी ने बताया वह सनातन धर्म को मानते हैं लम्बे समय से.  यही उनको यहाँ खींच लाया है. वे चारधाम यात्रा के लिए १२ बार आ चुके हैं. इस बार मेरे साथी महिलायें हैं जो आयी  हुई हैं. महिलाओं में से अधिकतर रूसी भाषा में ही बोल रही थी. अंग्रेजी या हिंदी   का उनको  ज्ञान कम था.  ऐसे में यूरी ही उनके लिए दुभाषिये का काम कर रहे हैं. यूरी ने  बात  करते हुए बताया,  वे भारत आ कर खुश हैं. भारत और रूस की दोस्ती पुरानी है ऐसे में भारत आना उनको अच्छा लगता है. यह हमारे लिए दूसरा घर की तरह है. यहाँ जैसे ही हम लोगों को  बताते हैं रूस से आये हैं करके,  लोग हमें स्वागत करने लग जाते हैं. लोगों का ब्यवहार बदल जाता है. जो अच्छा है. यह देख  कर अच्छा लगता है. यहाँ पर  ट्रांजिट कैंप में स्टाफ ने जो मदद की है उसकी यूरी ने तारीफ की. बोले,  हम आये पर, तुरंत  हमारा पासपोर्ट लिया, एंट्री की रजिस्टर में, जानकारी ली हमसे, फिर तुरंत  हमारा पंजीकरण हो गया. हम अब खुश हैं. यात्रा के लिए जायेंगे.

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