रायवाला : सीता का हुआ जन्म, ताड़का का किया वध, अहिल्या का उद्धार

पहला दृश्य – सीता जन्म
दूसरा दृश्य – ताड़का वध
तीसरा दृश्य – आहिल्या उद्धार
श्री रामलीला महोत्सव के मुख्य मंच उद्घोषक एवं लोक कल्याण समिति (रजि.) के प्रवक्ता विरेन्द्र नौटियाल (वीरू) ने जानकारी देते हुए बताया की रविवार की लीला में चल रहा श्री रामलीला मंचन का सिलसिला धीरे-धीरे आगे बढ़ रहा है । रविवार की रात श्री रामलीला में सीता का जन्म, ताड़का वध एवं आहिल्या उद्धार लीला का मंचन हुआ ।राजा जनक के यहां अकाल पड़ रहा था । ऋषियों ने इस समस्या के समाधान के लिए राजा जनक से अपनी पत्नी सहित खेत में हल चलाने को कहा । राजा जनक व उनकी पत्नी के खेत में हल चलाते समय एक घड़े में से सीताजी निकलती हैं, उनको राजा जनक अपने राजमहल में ले आते हैं । अपनी पुत्री समझ कर बच्ची का पालन-पोषण करते हैं । दूसरी तरफ ऋषि विश्वामित्र राक्षसों की वजह से परेशान थे । ऋषि विश्वामित्र अयोध्या जाकर राजा दशरथ से राम, लक्ष्मण को मांगते हैं। राजा दशरथ कहते हैं कि मुझे ले चलिए। जिस पर ऋषि विश्वामित्र राजा पर क्रोध करते हैं और कहते हैं राम, लक्ष्मण नहीं भेजे तो अयोध्या का नाश कर देंगे। दशरथ डरकर राम, लक्ष्मण को ऋषि विश्वामित्र के साथ भेज देते हैं। रास्ते में राम, लक्ष्मण ताड़का वध करते हैं । सुभाऊ और अन्य राक्षसों का वध करते हैं । जनकपुर जाने के क्रम में जब श्रीराम आश्रम के पास आए तो वीरान अवस्था में देखकर उन्होंने गुरु विश्वामित्र से पूछा कि ये किनका आश्रम है जो इतना सुनसान है। फिर गुरु विश्वामित्र ने उन्हें प्रकरण बताते हुए देवी अहिल्या का उद्धार करने को कहा । श्रीराम के चरण स्पर्श करने से देवी अहिल्या पत्थर से अपने रूप में वापसी हो गई ।
श्रीराम के पात्र – सक्षम चमोली, लक्ष्मण – सौहार्थ जुगलान, जनक – राजेन्द्र रतूड़ी, सुनैना- राहुल, सदानन्द- जगदीश सेमवाल, किसान- सूरज चमोली, सन्नी, अरविन्द, आयुष, मारीच- नवीन चमोली, सुभाऊ – धीरज, दशरथ- राम सिंह, विश्वमित्र- सचिन गौड़, वशिष्ठ- भगत सिंह, ताड़का- पवन शर्मा, मम्मी- सचिन, अहिल्या सृष्टि पँवार आदि ने सुंदर अभिनय किया ।इस दौरान लोक कल्याण समिति के अध्यक्ष – गंगाधर गौड़, उपाध्यक्ष- बालेन्द्र सिंह नेगी, सचिव – नरेश थपलियाल, कोषाध्यक्ष – मुकेश तिवाड़ी, प्रवक्ता विरेन्द्र नौटियाल (वीरु) , मुख्य निर्देशक महेन्द्र सिंह राणा, महिला कल्याण सचिव- अंजु बड़ोला, सह सचिव- देवकी सूबेदी, सदस्य- नवीन चमोली , आशीष सेमवाल , राम सिंह , राजेन्द्र प्रसाद रतूड़ी, बीडीसी सदस्य – राजेन्द्र प्रसाद तिवाड़ी, सन्नी, योगेन्द्र, सिकन्दर, जगदीश सेमवाल, सुनील तिवाड़ी, रेखा तिवाड़ी , विशेष तिवाड़ी, रोहित नेगी , नितीश चमोली, जगदीश सिंह, रमेश छेत्री , कर्ण सिंह, अरुण डबराल, भगत सिंह सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे ।



