ऋषिकेश में खदरी खड़क मांफ के अमृत सरोवर में नौकायन विशेषज्ञों की देखरेख में नौकायन का पूर्व अभ्यास किया गया

साहसिक पर्यटन के तौर पर उभर रहा है खदरी खड़क मांफ, गंगा के किनारे है शानदार लोकेशन

ख़बर शेयर करें -
ऋषिकेश : शुक्रवार का दिन ग्राम सभा खदरी खड़क माफ के लिए विशेष दिन रहा।यहाँ राजकीय पॉलिटेक्निक संस्थान के समीप गंगा तट स्थित प्रधानमंत्री भारत सरकार की अमृत सरोवर योजना के तहत लगभग डेढ़ एकड़ भूमि पर निर्मित अमृत सरोवर में जिला गंगा सुरक्षा समिति के नामित सदस्य पर्यावरण विद डॉ विनोद जुगलान के संयोजन में सरोवर में अनौपचारिक रूप से नौकायन विशेषज्ञों की देखरेख में नौकायन का पूर्व अभ्यास किया गया।
सनातन संस्कृति और भारतीय ज्ञान परम्परा का देश विदेश में प्रचार प्रसार कर रहीं भारतीय मूल की एनआरआई योगचार्या मनाली शर्मा ने स्थानीय जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में कायाक को सरोवर में उतार कर सफल नौकायन कर अमृत सरोवर की प्रथम महिला नाविक होने का सम्मान पाया।जबकि पर्यावरण विद डॉ विनोद जुगलान ने नौकायन कर उत्साह वर्धन किया।उन्होंने कहा कि वर्तमान में अमृत सरोवर में मत्स्य पालन किया जा रहा है।इसके साथ ही शीघ्र ही यहाँ आने वाले लोग नौकायन का लाभ भी ले सकेंगे। इस अवसर पर उत्तराखंड सरकार में प्रवासी प्रकोष्ठ के पूर्व दायित्व धारी राज्य मंत्री सचिदानंद पोखरियाल ने कहा कि गंगा तट स्थित यह स्थल साहसिक और जल पर्यटन का केन्द्र बन सकता है।यहाँ पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं।वे राष्ट्र वादी संगठन सैल्यूट तिरंगा यात्रा को लेकर ऋषिकेश पहुंचे थे।कायाक एक्सपर्ट वीरेन्द्र सिंह राणा की देखरेख में सुरक्षित नौकायन  में सचिदानंद पोखरियाल,दीपक शर्मा,डॉ विनोद जुगलान,राजेश रावत ने प्रतिभाग किया।इस अवसर खदरी खड़क माफ के क्षेत्र पँचायत सदस्य श्रीकान्त रतूड़ी,ग्राम विकास समिति के अध्यक्ष पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष शान्ति प्रसाद थपलियाल, प्रकाश पटवाल उपस्थित रहे।

Related Articles

हिन्दी English