उधर भाजपा एक पेड़ मॉं के नाम का नारा दे रही इधर मंत्री पुत्र कई पेड़ पिता के राज में काट रहे हैं- जयेन्द्र रमोला
- रिसोर्ट बनाने के लिए संरक्षित प्रजाति के पेड़ काटे जाने का आरोप
- मामले में वन विभाग ने किया भू स्वामी के खिलाफ मुक़दमा दर्ज
- नीलकंठ मार्ग स्थित लाल ढांग रेंज का है मामला, मंत्री के बेटे के खिलाफ FIR वन विभाग ने की दर्ज
- कांग्रेस ने लगाए आरोप, मामले में जांच की मांग
ऋषिकेश : शुक्रवार को कांग्रेस नेता जयेन्द्र रमोला ने जारी एक बयान में कहा कि जहां-जहां एक ओर भाजपा सरकार और नेता एक पेड़ मॉं के नाम से पूरे देश में कार्यक्रम चला रहे हैं, वहीं दूसरी ओर वित्त मंत्री उत्तराखंड के बेटे पीयूष अग्रवाल ने 26 पेड़ पिता के नाम से काटने का आरोप लगाया है. यह मामला समाचार पत्रों में आने के बाद तीव्र गति से विपक्षी नेताओं ने इसे लपक लिया है. ख़ास तौर पर कांग्रेस ने. रमोला के मुताबिक़, जिसमें दो पेड़ संरक्षित प्रजाति के भी थे ।रमोला ने बताया ऋषिकेश के विधायक व प्रदेश के वित्त और शहरी विकास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल करोड़ों रुपए के होर्डिंग टैक्स चोरी मत करो, बिल लाओ इनाम पाओ जैसे स्लोगन के संदेश के साथ लगाए गये हैं. पर यहां तो ऐसा लगता है जैसे चिराग़ तले अँधेरा है. रमोला ने आरोप लगाया, मंत्री का बेटा लगातार क़ानून को हाथ में लेकर क़ानून के साथ खिलवाड़ कर रहा है. पूर्व में तपोवन की एक भूमि में स्टाम्प चोरी करने का काम किया और अब बिना अनुमति के प्रतिबंधित पेड़ों को काटने का कार्य किया ।मामला यमकेश्वर इलाके का है. रमोला ने कहा जहां एक ओर मंत्री नसीहत देते हैं वहीं उनकी नाक के नीचे उनका बेटा लगातार क़ानून के साथ खिलवाड़ कर रहा है । इस मामले में रमोला ने राज्यपाल से माँग की है कि मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल की सम्पत्ति की निष्पक्ष पर्वतन निदेशालय [ED] की जाँच करवाई जानी चाहिये. सरकार को इनको मंत्री पद से शीघ्र बर्खास्त कर उनके खिलाफ कार्यवाही करनी चाहिये. ताकि इस तरह के अनैतिक कार्यों पर रोक लगे ।इस मामले में रिसोर्ट बनाने के नाम पर ये पेड़ काटे गए हैं.जिनमें संरक्षित प्रजाति की पेड़ भी हैं.वन विभाग की लाल ढांग रेंज ने मंत्री के खिलाफ दर्ज किया है केस.नीलकंठ मार्ग पर खैर खाल में 26 पेड़ काटे गए हैं.वन अधिकारियों के अनुसार, इनमें 24 पेड़ छूट प्रजाति के हैं, जबकि दो पेड़ संरक्षित प्रजाति के हैं.दो पेड़ काटे जाने के मामले में जांच के बाद लाल ढांग रेंज ने मुक़दमा दर्ज किया है. बताया जा रहा है PWD की सडक का भी अवैध कटान हुआ है, तीन बार राजस्व उपनिरीक्षक (पटवारी) ने काम भी रुकवाया था लेकिन बताया जा रहा है रसूखदार मामला होने की वजह से काम फिर शुरू हो गया. DFO कोटद्वार, आकाश गंगवार के अनुसार, बिन अनुमति के संरक्षित प्रजाति के दो पेड़ काटे गए हैं. पेड़ों की गंगा की गयी. जमीन मालिक के मुक़दमा दर्ज कर लिया गया है. जिसमें कार्रवाई चल रही है.मंत्री के पुत्र पियूष अग्रवाल का प्रेस/मीडिया को दी जानकारी के अनुसार, मुझे नहीं लगता है वह कुछ ऐसा हुआ होगा. अगर हुआ भी होगा तो नियमानुसार जुर्माना भरा जायेगा. इस विषय में मीडिया/प्रेस के माध्यम से मुझे जानकारी प्राप्त हुई है. हमने DFO के पास कटान की अनुमति ली थी, फिर बताया गया प्रक्रिया बदल गयी है. पहले तहसीलदार, पटवारी की रिपोर्ट लगेगी.दोनों जगह से हमने अनुमति ली. रिपोर्ट भी हमारे पास है. पटवारी ने मौका मुआयना किया. रिपोर्ट भी भेज दी थी.सूचना के मुताबिक़, आज DFO समेत कई अधिकारी पहुंचे हैं जाँच करने लेकिन कोई फोन नहीं उठा रहा है.