उत्तराखंड की मशरूम गर्ल दिव्या रावत पुणे में गिरफ्तार

देहरादून की रहने वाली मशरूम गर्ल दिव्या रावत पुणे में गिरफ्तार हो गई है। पुणे में परामर्श फॉर्म के मालिक जितेंद्र नंदकिशोर भाखड़ा ने दिव्या रावत और उसके भाई के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। मशरूम गर्ल दिव्या रावत और उसके भाई राजपाल रावत को पुणे पुलिस ने गिरफ्तार किया है। दोनों के खिलाफ पुणे ग्रामीण पॉन्ड थाने में कारोबारी भाखड़ा ने धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया था।
आपको बता दें दिव्या रावत को राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने भी सम्मानित किया था। इसके अलावा कई सरकारों ने और गैर सरकारी संगठनों ने मशरूम के उत्पादन करने पर दिव्या रावत को कई ईनामों से नवाजा था। पुलिस के अनुसार, उपरोक्त मामले में दिव्या ने एक फर्जी शपथ पत्र मेरठ में बनवाया और दोनों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस को पुणे ग्रामीण कोर्ट ने दो दिन की पुलिस कस्टडी में भेजने की आदेश दिए हैं और बताया जा रहा है कि पुणे पुलिस दिव्या और उसके भाई को देहरादून भी लेकर आ सकती है।
दिव्या रावत ने देहरादून में सौम्या फूड नाम की कंपनी खोली थी उसी से नाम कमाया था। पुणे स्थित परामर्श फॉर्म के मालिक जितेंद्र आनंद किशोर भाखड़ा ने 27 दिसंबर 2022 को दिव्या रावत और उसके भाई के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था।
दिव्या ने भाखड़ा पर भी आरोप लगाया था कि उन्होंने 77 लख रुपए लेकर भी काम नहीं किया। इसके लिए दिव्या ने भाखड़ा की फर्म के नाम से एक फर्जी शपथ पत्र मेरठ से तैयार कराया। पुलिस ने जांच करते हुए भाखड़ा को गिरफ्तार कर लिया था और भाखड़ा भी कुछ दिनों तक जेल में भी रहा थे।
सूत्रों के अनुसार दिव्या देहरादून में भाखड़ा के खिलाफ दर्ज मुकदमे में बचाव के लिए उनसे पैसे मांग रही थी। कल 32 लख रुपए मांगे गए इस पर भाखड़ा ने 10 लख रुपए देने को कहा। उन्होंने दिव्या रावत और राजपाल रावत को 10 लख रुपए का ड्राफ्ट देने के लिए पुणे भी बुलाया और भाखड़ा ने जब रावत को ड्राफ्ट दिया तो पौंड पुलिस ने दिव्या को उसके भाई के साथ गिरफ्तार कर लिया। दिव्या रावत और राजपाल रावत के खिलाफ जलसाजी की धाराएं भी जोड़ दी गई है। पौंड थाना प्रभारी इंस्पेक्टर मनोज यादव ने जानकारी दी की दिव्या रावत और राजपाल रावत को पुलिस ने 9 फरवरी को गिरफ्तार किया गया था और दोनों को दो दिन की पुलिस कस्टडी में भी लिया गया है। दिव्या की इस गिरफ्तारी के बाद हर कोई हैरान है क्योंकि जो नाम दिव्या ने कमाया था उसे पर कहीं न कहीं अब सवालिए निशान लग रहे हैं।