एम्स क्षेत्र में अतिक्रमण पर नगर निगम और पुलिस प्रशासन की संयुक्त रूप से कार्रवाई, एम्स में काम करने वाले भी निकले अतिक्रमणकारी

- कुछ लोग एम्स में भी काम करते हैं बाहर रेहड़ीयां भी लगा रखे हैं उन्हूने, मोहलत मांगते हुए दिखाई दिए सामान हटाने के लिए
- कई दुकानें राजस्थान से आये हुए लोगों के भी बताये जा रहे हैं, कोई जूस तो कोई चाय बेच रहा है, खुद अन्दर एम्स में नौकरी करते हैं
- चाय, फल, जूस इत्यादि की दुकानों की आड़ में कई लोग नशे का भी कारोबार करते हैं, ऐसी शिकायतें पुलिस प्रशासन के पास आई हैं
ऋषिकेश : बुधवार को एम्स क्षेत्र में अतिक्रमण पर नगर निगम और पुलिस प्रशासन ने संयुक्त रूप से कार्रवाई की है। तीन दर्जन से अधिक अतिक्रमण प्रशासन की टीम ने हटा दिए हैं। गौरतलब बैराज से लेकर वीरभद्र मंदिर तिराहे तक दर्जनों लोगों ने फुटपाथ पर कब्जा कर अतिक्रमण किया हुआ था। अतिक्रमण की वजह से लोगों का पैदल चलना भी मुश्किल हो रखा था और अतिक्रमण की वजह से ही सड़क हादसे भी हो रहे थे।

जिसकी शिकायत लगातार पुलिस, नगर निगम और तहसील प्रशासन से की जा रही थी। बुधवार को नगर निगम और पुलिस प्रशासन ने संयुक्त रूप से अतिक्रमण हटाने के खिलाफ अभियान चलाया। अभियान चलाते ही अतिक्रमण करने वालों में हड़कंप मच गया। अपना सामान जप्त होने से बचाने के लिए अतिक्रमण करने वाले लोगों ने फुटपाथ पर किया कब्जा हटना शुरू कर दिया। फिर भी नगर निगम की टीम ने दर्जन भर से अधिक अतिक्रमण को अपने कब्जे में लिया। ज्यादातर अतिक्रमण फास्ट फूड वैन संचालित करने वालों ने किया था। दिलचस्प बात यह है कि अतिक्रमण हटाओ अभियान के दौरान एम्स में कार्यरत कई कर्मचारी मौके पर आए और उन्होंने अतिक्रमण को अपना बताते हुए मोहलत देने की मांग की। लेकिन प्रशासन ने उनकी एक न सुनी और एक के बाद एक अतिक्रमण पर कार्रवाई होती रही। मौके पर मौजूद क्षेत्रीय पार्षद लव कंबोज ने बताया कि अतिक्रमण हटाने की कारवाई का वह स्वागत करते हैं। लगातार इस प्रकार की कार्रवाई होनी चाहिए। लेकिन जिस प्रकार से एम्स के कर्मचारियों ने अतिक्रमण किया हुआ था। वह चौंकाने वाला मामला है। इस संबंध में जल्दी ही एम्स के अधिकारियों से मुलाकात कर पत्र दिया जाएगा। अभियान के दौरान सफाई निरीक्षक अभिषेक मल्होत्रा ने कहा कि तीन दर्जन से अधिक अतिक्रमण पर कार्रवाई की गई।यह अभियान लगातार जारी रहेगा। एम्स चौकी प्रभारी निखिलेश बिष्ट ने बताया कि अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ चालान किया गया साथ ही जुर्माना वसूल की कार्रवाई की गई है।