नन्ही परी को लेकर सांसद एवं केंद्रीय राज्य मंत्री सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय अजय टम्टा ने एक पत्र साझा किया है, जानें

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पिथौरागढ़ :   सांसद एवं केंद्रीय राज्य मंत्री सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय अजय टम्टा ने एक पत्र साझा किया है जिसमें लिखा कि हमारी पिथौरागढ़ की बेटी नन्ही परी के साथ नवम्बर 2014 में हल्द्वानी में कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा घृणित अपराध किया गया था। उस समय माननीय जिला न्यायालय एवं माननीय उच्च न्यायालय द्वारा अभियुक्त को फाँसी की सजा सुनाई गई थी। इस निर्णय से ऐसा प्रतीत हुआ था कि नन्ही परी एवं उनके परिजनों को न्याय मिल गया है।
किन्तु हाल ही में जानकारी मिली कि अभियुक्त को माननीय सर्वोच्च न्यायालय से बरी कर दिया गया है। यह समाचार न केवल विचलित करने वाला है, बल्कि परिजनों को इस संबंध में किसी भी माध्यम से समय पर सूचना भी प्राप्त नहीं हो सकी। यह स्वाभाविक है कि इस प्रकरण से जनाक्रोश उत्पन्न हुआ है।इस गंभीर विषय पर मेरी वार्ता स्थानीय पार्टी पदाधिकारियों से हुई और तत्पश्चात मैंने माननीय मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी जी से जानकारी साझा की। माननीय मुख्यमंत्री जी ने तत्काल संज्ञान लेते हुए सर्वोच्च न्यायालय में रीव्यू पिटीशन दाखिल कराने एवं मजबूत पैरवी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए, जिसके लिए मैं उनका हृदय से आभार व्यक्त करता हूँ।
मैं नन्ही परी के परिजनों को पूर्ण आश्वस्त करना चाहता हूँ कि सर्वोच्च न्यायालय में सुनवाई के दौरान मैं व्यक्तिगत रूप से हर संभव सहयोग प्रदान करूँगा। मेरा संकल्प है कि नन्ही परी को न्याय अवश्य मिले और दोषी को पुनः फाँसी की सजा मिले। यही मेरी प्रार्थना एवं दृढ़ इच्छा है।

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