स्थानीय शासन प्रशासन बांग्लादेश में हिन्दुओं को सुरक्षा प्रदान करे, उनके घर सम्पतियों की रक्षा करे, इसी से बंगलादेश में शांति स्थापित होगी : परमानन्द दास महाराज

कईं हिन्दू घरों बनाया गया निशाना, मंदिर में तोड़ फोड़ की गयी है बांग्लादेश में, महाराज ने की निंदा हमलों की

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ऋषिकेश  : बंगलादेश में हिन्दुओं  व मंदिरों पर हो रहे हमले के विरोध में संत समाज भी अब सामने आ रहा है. उसी क्रम में  कैलाश गेट ऋषिकेश स्थित प्रसिद्ध  मधुवन आश्रम के संचालक परमानन्द दास महाराज ने  हिन्दुओं को सुरक्षा देने की मांग की है. साथ ही उनके मंदिर और संपत्ति की सुरक्षा की भी मांग की है. हिन्दुओं पर हो रहे हैं हमले की निंदा की है.

महाराज ने “नेशनल वाणी” से बात करते हुए  कहा,  हमारे पडोसी देश बंगलादेश में जो गृह युद्ध  जैसी स्थित बन गयी है, जिसमें हिन्दुओं को व् अन्य दूसरे  धर्म के लोगों को  निशाना बनाया जा रहा है,  उनके मंदिर तोड़े जा रहे हैं, इससे प्रत्येक मनुष्य जो सब धर्मों को सम्मान देता है, बहुत आहत है,  बहुत कष्ट में है….क्यूंकि सनातन  या धर्म हिन्दू धर्म सभी  सभी   जीवों से प्रेम करने वाला धर्म है. सद्भावना व् मित्रता का सन्देश देने वाला  है.  ब्यवहार  करने वाला है,  वर्तमान  में  बंगलादेश में जिस प्रकार की घटनाएं    घट रही है, जिसमें मुख्य रूप से हिन्दुओं के घर, मंदिर को निशाना बनाया जा रहा है, उनको  लूटा जा रहा है, मारा जा रहा है  यह  निंदनीय है….हम उनसे प्रार्थना करते हैं  र्वतमान में जो भी वहां पर शासन प्रशासन देख रहे हैं.  वहां की  प्रशासन के जिम्मेदारी है  वह अपने यहाँ रहने वाले हिन्दुओं  को सुरक्षा प्रदान करे, मंदिरों को सुरक्षा  प्रदान करे. उनके घर सम्पतियों की रक्षा करे. इसी से बंगलादेश में शांति स्थापित होगी. बंगलादेश का नाम संसार में होगा ताकि लोग कह सकें  वहां पर किस तरीके से उन्हूने सम्मान सुरक्षा प्रदान की सभी धर्मों को .”

आपको बता दें, बांग्लादेश में ISKON मंदिर व् अन्य मंदिरों  को नुक्सान पहुँचाया गया है. मंदिर में तोड़ फोड़ और लूट मार की गयी है. यह वही मंदिर है जब बंगलादेश बना था तब यहाँ पर प्रतिदिन हजारों लोगों को मुफ्त में भोजन कराया जाता था.  विदेश मंत्री एस जय शंकर ने भी संसद में आज बयान देते हुए माना हिन्दुओं पर वहां पर काफी हमले हुए हैं, ऐसे में जो वहां पर भारतीय दूतावास के अधिकारियों के द्वारा स्थानीय प्रशासन के लोगों के संपर्क में हैं भारत सरकार.

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