मुनि की रेती :रायशुमारी हुई नगर पालिका परिषद मुनिकीरेती-ढालवाला और नगर पंचायत तपोवन के बीच उपजे सीमा विवाद के सम्बन्ध में…जानें मामला



मुनि की रेती : नगर पालिका परिषद मुनिकीरेती-ढालवाला और नगर पंचायत तपोवन के बीच उपजे सीमा विवाद के सम्बन्ध में पालिकाध्यक्ष नीलम बिजल्वाण ने स्थानीय जनप्रतिनिधियों व लोगों के साथ रायशुमारी की, जिसमें समस्त लोगों ने सामूहिक रूप से तपोवन पंचायत द्वारा मुनिकीरेती क्षेत्र में अपना बोर्ड लगाने पर आपत्ति जताई।
बता दें कि बीते दिनों नगर पंचायत तपोवन ने नगर पालिका परिषद मुनिकीरेती-ढालवाला की सीमा के भीतर लक्ष्मण झूला रोड में पैट्रोल पंप के समीप भूमि पूजन कर अपना बोर्ड लगा दिया। जिस पर पालिकाध्यक्ष, सभासदों और स्थानीय लोगों ने कड़ी आपत्ति व्यक्त की, जिसके बाद नगर पालिका परिषद मुनिकीरेती-ढालवाला ने तपोवन पंचायत के बोर्ड को हटा दिया था। इस सम्बन्ध में बृहस्पतिवार को पालिकाध्यक्ष नीलम बिजल्वाण ने सभासदों, स्थानीय जनप्रतिनिधियों, पूर्व बोर्ड सदस्यों व स्थानीय निवासियोें के साथ पालिका सभागार में एक बैठक आयोजित की, जिसमें मुनिकीरेती क्षेत्र की सीमा को लेकर रायशुमारी की गई। बैठक में वरिष्ठ समाजसेवी चन्द्रवीर पोखरियाल ने बताया कि यह मुद्दा प्रशासनिक है, यदि नगर पंचायत तपोवन के द्वारा सीमा आगे बढ़ाई गई हैतो इस सम्बन्ध में दोनों निकाय बैठकर मामला सुलझाएं। सेवानिवृत्त राजकीय पेशनर्स संगठन के संरक्षक खुशहाल सिंह राणा ने बताया कि हाथी धारा के बाद से नगर पंचायत तपोवन की सीमा शुरू होती है, पूर्व में कुंभ मेला के दौरान यहां सीमाओं तक लाईटें लगाने का कार्य भी किया गया है।
पूर्व राज्य मंत्री रमेश उनियाल ने बताया कि पूर्व में मुनिकीरेती क्षेत्र टाउन एरिया व नोटिफाइड एरिया था, 31 मई 1994 को नगर पंचायत मुनिकीरेती व 08 फरवरी 2014 को यह नगर पालिका में शामिल हुआ। जिसकी सीमाओं का निर्धारण पूर्व में ही किया जा चुका है। पूर्व अध्यक्ष शिवमूर्ति कंडवाल ने बताया कि गजट नोटिफिकेशन में हाथी धारा तक मुनिकीरेती क्षेत्र की सीमा है। सभासद प्रतिनिधि सचिन पैन्यूली ने बताया कि पालिका द्वारा तत्काल अपनी सीमा में बोर्ड लगाया जाना चाहिए और तपोवन नगर पंचायत से वार्ता कर इस विवाद को सुलझाना चाहिए। समाजसेवी मनीष डिमरी ने बताया कि नगर पालिका परिषद मुनिकीरेती-ढालवाला के द्वारा अपनी सीमाओं पर पूर्व से ही विज्ञापन के बोर्ड लगाए गए हैं, जिनसे राजस्व वसूला जाता है। समाजसेवी दिनेश व्यास ने बताया कि नगर पंचायत तपोवन के द्वारा भूलवश बोर्ड लगाया गया है, पूर्व में नगर पालिका परिषद मुनिकीरेती-ढालवाला का सीमांकन हुआ है, राजस्व, वन विभाग की सहायता से इस सीमा विवाद के मामले को सुलझाया जाए। समाजसेवी अनुराग पयाल ने बताया कि नगर पालिका की सीमा के समीप निवासरत टीकाराम पुरी नगर पालिका परिषद मुनिकीरेती-ढालवाल के वोटर हैं और अपना हाउस टैक्स नगर पालिका में जमा करते हैं, इसलिए सीमा विवाद का कोई मतलब नहीं है।
नगर पंचायत तपोवन द्वारा जबरन पालिका सीमा में प्रवेश किया जा रहा है। पूर्व सभासद सुभाष चौहान ने बताया कि हाथी धारा के समीप होटल लेमन ट्री की तक पालिका कर्मियों द्वारा पूर्व से सफाई कार्य किया जाता है, जिसमें ग्राम सभा तपोवन को कोई आपत्ति नहीं थी। समाजसेवी घनश्याम नौटियाल ने बताया कि वोटर लिस्ट के आधार पर जो सीमा क्षेत्र है, वही रहना चाहिए। सेवा निवृत्त राजकीय पेशनर्स संगठन के अध्यक्ष शूरवीर सिंह चौहान ने बताया कि सभी को दलगत राजनीति से उपर उठकर पालिका की सीमा को बचाने के लिए आगे आना चाहिए। समाजसेवी मनोज मलासी ने बताया कि पालिका के गठन के दौरान जो सीमांकन हुआ है, वही सीमा क्षेत्र मान्य होगा। सभासद सचिन रस्तोगी ने बताया कि शीघ्र ही पालिका की बोर्ड बैठक आयोजित कर सम्बन्धित विभागों को बुलाकर सीमा विवाद का निस्तारण किया जाए। समाजसेवी शांति ठाकुर ने बताया कि पत्रावलियों के साक्ष्यों के आधार पर इस सीमा विवाद का निस्तारण किया जाए। अधिवक्ता रामावल्लभ भट्ट ने बताया कि प्रशासक काल के दौरान किसी प्रकार का सीमा विवाद नहीं था, अचानक से नगर पंचायत तपोवन द्वारा सीमा विस्तार किया जाना सोचनीय है। सभासद गजेंद्र सजवाण ने बताया कि पूर्व सीमा के समीप स्थित प्याऊ में पालिका की ओर से भवनकर लगाया गया था, जिससे यह साबित होता है कि पालिका की सीमा हाथी धारा के पास तक है। सभी की रायशुमारी सुन अध्यक्ष नीलम बिजल्वाण ने सभी का आभार व्यक्त किया, उन्होंने बताया कि हाथी धारा के पास सीमा तक पालिका के द्वारा पूर्व में विकास कार्य करवाए गए हैं और यहां निवासरत लोगों का पालिका की वोटर लिस्ट में भी नाम दर्ज है।
प्रशासन पर उन्हें पूरा विश्वास है, शीघ्र ही राजस्व, वन विभाग की टीम के साथ मौका स्थल का निरीक्षण किया जाना है। जरूरत पड़ी तो दोनों निकायों के गजट नोटिफिकेशन का निरीक्षण भी किया जाएगा। बैठक में अधिशासी अधिकारी अंकिता जोशी, सभासद विनोद खंडूडी, लक्ष्मण भंडारी, विनोद सकलानी, सभासद प्रतिनिधि रोहित गोडियाल, अजय रमोला, अरविंद नेगी, शिव प्रसाद खंकरियाल, भगवती प्रसाद सकलानी, देवेश उनियाल, रामकृष्ण पोखरियाल, जगमोहन कुड़ियाल, धर्म सिंह, गोरा सिंह पोखरियाल, गोपाल दत्त खंडूड़ी, पूर्णानंद बहुगुणा, सत्येन्द्र सिंह रावत, शंकर दत्त पैन्यूली, हंसलाल असवाल, गुरूप्रसाद बिजल्वाण, मनमोहन सिंह, विरेन्द्र सकलानी, प्रेम सिंह चौहान, रोहित चौहान, अजय पंवार, सुरेंद्र भंडारी, रणवीर सिंह, राजेंद्र कुकरेती, संजय बडोला, मधुकर शर्मा, प्रशांत भट्ट, नवीन रमोला, हिकमत नेगी, दिनेश सकलानी, करण सिंह बर्तवाल, आशाराम व्यास, विशालमणी पैन्यूली, कर अधीक्षक अनुराधा गोयल, प्रभारी सफाई निरीक्षक कैलाश चन्द्र सेमवाल, प्रधान सहायक दिनेश कृषाली, अधिष्ठान लिपिक कल्याण सिंह नेगी, लिपिक प्रकाश अवस्थी, विकास सेमवाल, आकाश कैंतुरा, अनुज आदि उपस्थित थे।