झारखंड की आदिवासी बेटी कंचन उगुरसंडी ने रचा इतिहास…जानें

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  • उत्तराखंड मेरे लिए दूसरे घर जैसा है. सैलानियों के लिए यह सबसे सुरक्षित जगहों में एक है. उत्तराखंड के लोग बहुत विनम्र हैं और यही इसको देवभूमि बनाता है-कंचन 

पिथौरागढ़ : झारखंड की आदिवासी बेटी कंचन उगुरसंडी ने रचा इतिहास महज 25 दिन में 18 पर्वतीय दर्रों को पार करने वाली पहली महिला बाइकर कंचन उगुरसंडी ने अब 17,500 फीट ऊंची दुनिया की सबसे कठिन चढ़ाई लिपुलेख दर्रा पर पहुंच कर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है. आपको बता दें,  लिपुलेख पास पर बाइक चलाने वाली पहली महिला बन गईं कंचन. उनका उत्तराखंड के पिथौरागढ़ में सम्मान  किया गया. झारखंड के सरायकेला की रहने वाली महिला मोटरिस्ट कंचन उगुरसंडी ने 17,500 फुट की ऊंचाई पर स्थित लिपुलेख पास पहुंचने वाली वह पहली मोटरसाइकिलिस्ट बन गईं. शुक्रवार (1 नवंबर 2024) को अपने सोशल मीडिया साइट ‘एक्स’ पर लिखा- उत्तराखंड मेरे लिए दूसरे घर जैसा है. सैलानियों के लिए यह सबसे सुरक्षित जगहों में एक है. उत्तराखंड के लोग बहुत विनम्र हैं और यही इसको देवभूमि बनाता है.लिपुलेख पास को पार करने के बाद पिथौरागढ़ स्थित होटल प्लाजा में होटल एसोसिएशन ऑफ पिथौरागढ़ के राजेंद्र भट्ट ने झारखंड के सरायकेला-खरसावां जिले की रहने वाली कंचन का अभिनंदन किया. कंचन ने उत्तराखंड के लोगों से मिले समर्थन के लिए उनके प्रति आभार जताया.

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