दारोगा लाल जी यादव आत्महत्या मामला, पलामू एसपी, एसडीपीओ व डीटीओ पर केस दर्ज

ख़बर शेयर करें -

पलामू : झारखण्ड के पलामू में आज दारोगा लाल जी यादव आत्महत्या मामले में पलामू एसपी, एसडीपीओ व डीटीओ पर केस दर्ज हो गया है. दरोगा की पत्नी ने कराया केस दर्ज. दिवंगत दारोगा की पत्नी पूजा कुमारी ने जिरवाबाड़ी ओपी में पलामू एसपी चंदन कुमार सिन्हा, एसडीपीअी सुजीत कुमार व डीटीओ अनवर हुसैन के खिलाफ लिखित शिकायत की है। पुलिस ने शिकायत पर शून्य एफआइआर दर्ज कर पलामू भेज दिया है। अपने शिकायत में पूजा ने एसपी पर आरोप लगाया कि वे पति को निलंबन मुक्त करने के लिए दस लाख रुपए मांग रहे थे। इसबीच जिरवाबाड़ी ओपी प्रभारी सुनील कुमार ने बताया कि प्राप्त आवेदन पर शून्य एफआइआर दर्ज कर आवश्यक कार्रवाई के लिए पलामू जिला भेजा जा रहा है। वरीय अधिकारियों के निर्देश पर मामले में आवश्यक कार्रवाई होगी।

ALSO READ:  मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी से फ्रैंकफर्ट (जर्मनी) के संसद सदस्य  राहुल कुमार कंबोज ने भेंट की

वहीँ एसपी चंदन कुमार सिन्हा का कहना है , आरोप बिल्कुल निराधार है। दिवंगत एसआई का परिवार भी जानता है कि यह झूठा आरोप है। सत्य को छिपाने के लिए निराधार आरोप लगाए जा रहे हैं। शून्य एफआईआर दर्ज कर पलामू भेजे जाने से की कोई जानकारी मुझे नहीं है।

ये था मामला ?
पलामू के नावा बाजार के पूर्व थाना प्रभारी लालजी यादव ने आत्महत्या कर ली थी. घटना 11 जनवरी की थी. थाना कैंपस में ही दरोगा ने सुसाइड किया था. बताया जा रहा है कि चार दिन पहले लालजी यादव को नावाबाजार थाना प्रभारी पद से हटाया गया था और निलंबित किया गया था. नावा बाजार के पूर्व थाना प्रभारी लालजी यादव के आत्महत्या करने के मामले में स्थानीय ग्रामीण एसपी के विरोध में उतरे सड़क पर एनएच-98 को जाम कर दिया था. दरअसल 4 दिन पहले नवा बाजार के थाना प्रभारी लालजी यादव को एसपी चंदन सिन्हा ने निलंबित कार्य में लापरवाही बरतने और जिला परिवहन पदाधिकारी अनवर हुसैन के साथ दुर्व्यवहार करने का आरोप लगाया था. बताया जा रहा है घटना के बाद से वो तनाव में थे. दरोगा लालजी यादव रांची के बुढ़मू थाने में मालखाना का प्रभार देकर लौटे थे.

Related Articles

हिन्दी English