भारतीय सेना की मेजर राधिका सेन का 2023 के यूनाइटेड नेशंस मिलिट्री जेंडर एडवोकेट ऑफ द ईयर अवार्ड के लिए चयन

- मेजर राधिका सेन यह पुरस्कार पाने वाली दूसरी भारतीय शांति रक्षक हैं। उनसे पहले दक्षिण सूडान में संयुक्त राष्ट्र मिशन में सेवारत मेजर सुमन गवानी को यह सम्मान 2019 में दिया था
नई दिल्ली : भारतीय सेना के लिए गौरव की बात है…भारतीय सेना की मेजर राधिका सेन को 2023 के यूनाइटेड नेशंस मिलिट्री जेंडर एडवोकेट ऑफ द ईयर अवार्ड के लिए चयनित किया गया है। यह पुरस्कार महिलाओं और लड़कियों के एक शांति रक्षक के रूप में उनके समर्थन को स्वीकृति देता है। इस पुरुष्कार को पाने वाली वह दूसरी भारतीय महिला बन गयी हैं. यह प्रतिष्ठित अवार्ड माना जाता है.
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने शुभकामना देते हुए उन्हें एक सच्ची और आदर्श नेता बताया है। उन्होंने कहा कि उनकी सेवा समग्र रूप से संयुक्त राष्ट्र के प्रति एक सच्ची सद्भावना थी।गुतारेस के प्रवक्ता स्टीफन दुजेरिक ने कहा कि यह पुरस्कार मेजर राधिका सेन को बृहस्पतिवार को संयुक्त राष्ट्र अंतरराष्ट्रीय शांति रक्षक दिवस के दिन गुतारेस प्रदान करेंगे। यह पुरस्कार 2000 के सुरक्षा परिषद प्रस्ताव के सिद्धांतों को बढ़ावा देने में एक सैन्य शांति रक्षक के प्रयासों को मान्यता देता है। यह प्रस्ताव महिलाओं और लड़कियों को संघर्ष संबंधी यौन हिंसा और संयुक्त राष्ट्र के लिए लैंगिक संबंधी जिम्मेदारियों की रक्षा का आह्वान करता है।
संयुक्त राष्ट्र के अनुसार मेजर राधिका सेन ने कांगो गणराज्य में संगठन स्थिरीकरण मिशन में अपनी सेवाएं दीं। वहां उन्होंने उत्तर किवू में कम्युनिटी अलर्ट नेटवर्क स्थापित करने में सहायता दी। मेजर राधिका सेन यह पुरस्कार पाने वाली दूसरी भारतीय शांति रक्षक हैं। उनसे पहले दक्षिण सूडान में संयुक्त राष्ट्र मिशन में सेवारत मेजर सुमन गवानी ने यह सम्मान 2019 में प्राप्त किया था।
पुरस्कार के बारे में-
शांति अभियान विभाग (DPO) के अंतर्गत सैन्य मामलों के कार्यालय द्वारा 2016 में बनाया गया, मिलिट्री जेंडर एडवोकेट ऑफ द ईयर अवार्ड एक ऐसे सैन्य शांतिरक्षक को सम्मानित करता है जिसने शांति अभियानों में लैंगिक दृष्टिकोण को सबसे बेहतर तरीके से एकीकृत किया हो। हर साल, पुरस्कार विजेता का चयन सभी शांति अभियानों से बल कमांडरों और मिशन प्रमुखों द्वारा नामित उम्मीदवारों में से किया जाता है।