(Video) ऋषिकेश : उत्तरकाशी में धराली की आपदा में 2 पहाड़ी युवा मौत के आगोश से निकल कर ऋषिकेश पहुंचे, बयाँ की खौफनाक दास्तां…जानिये
दोनों युवाओं की मुलाकात मुख्यमंत्री धामी से भी हुई राहत शिविर में


- दोनों पहाड़ी युवक, मूल रूप से अल्मोड़ा के रहने वाले हैं, एक गुजरात में रहता है एक अल्मोड़ा में
- ऋषिकेश से ली थी चन्दन ने मोटर साइकिल किराये पर फिर पहुंचे थे धराली
- आपदा में मोटर साइकिल बह गयी, खुद बमुश्किल बचे, पहुंचे ऋषिकेश
ऋषिकेश : (मनोज रौतेला) भूपेन्द्र सिंह मेहता (27) वर्ष और चन्दन कन्याल (26)! ये दो पहाड़ी युवा हैं जो शुक्रवार को चर्चा का विषय बने रहे तीर्थनगरी ऋषिकेश में. साथ ही डिजिटल और इलेक्ट्रोनिक मीडिया में भी ख़बरों के मार्फ़त. ये दोनों युवा आपदा के समय में धराली में गेस्ट हाउस में सो रहे थे. और फिर जो मंजर सामने दिखा वह किसी भयानक सपने से कम नहीं था.आँख खुली तो, फिर शुरू हुई जिंदगी बचाने की जद्दोजहद…आंखिर उस मंजर से बाहर निकले और ऋषिकेश पहुँचने पर बयाँ की जो खौफनाक दास्तान उसको सुन हर कोई हैरान था. दोनों पहाड़ी युवा हैं. भूपेंद्र का खुद का काम है, जबकि चन्दन अभी पढ़ाई पूरी कर चुका है. दोनों दोस्त हैं अल्मोड़ा से भी और गुजरात से भी. भूपेंद्र भी पहले गुजरात के मेहसाणा में रहता था बाद वह उसने रिवर्स पलायन करते हुए अल्मोड़ा आ गया. चन्दन का परिवार मेहसाणा गुजरात में रहता है. वहीँ जन्मा और वहीँ पढ़ा लिखा. दोनों युवा अपने परिवार के इकलौते पुत्र हैं. एक की तीन बहनें हैं और एक की दो बहनें हैं. लेकिन दोनों अपना दूसरा जन्म मानते हैं और रक्षाबंधन पर अपनी बहनों के पास होंगे. फ़ौज ने पहनने के दोनों को कपड़े दिए, जूते दिए वही कपड़े और जूते उनके आपदा में जिंदगी की जंग की दास्तां बयां कर रहे थे.
चन्दन कन्याल पुत्र पदम् सिंह कन्याल, निवासी मेहसाणा,गुजरात, मूल निवासी चौखुटिया अल्मोड़ा, उत्तराखंड. साथी का नाम भूपेंद्र सिंह मेहता निवासी चौखुटिया, अल्मोड़ा, उत्तराखंड….दोनों ने आपस में बात कर योजना बनायी गंगोत्री दर्शन करने चलते हैं. चन्दन गुजरात से ऋषिकेश पहुंचा २ अगस्त को. उसके बाद ऋषिकेश स्थित ISBT परिसर के अन्दर “देव बाइक रेंटल्स” से एक बुलेट मोटर साइकिल किराए पर लेता है. जिसका नंबर है. UK14TA 9175, METEOR BLACK ROYAL ENFIELED. दस्तावेज जमा करने के बाद वह ३ अगस्त को निकलता है. गंगोत्री के लिए. पहले वह कर्णप्रयाग पहुंचता है वहां से भूपेंद्र को पिक करता है फिर दोनों चल देते हैं फिर गंगोत्री के लिए. 4 अगस्त की शाम दोनों धराली पहुँचते हैं. वहां पर गेस्ट हाउस लेते हैं. फिर आराम करते हैं. पांच को दिन में जब दोनों दूसरी मंजिल में अपने कमरे में नींद में थे क्यूंकि थके होने की वजह से नींद ले रहे थे. अचानक आवाज आई….लोगों की….पानी की…मलवे की….जब आँख खुली तो खिड़की तक मालवा पहुँच चुका था. दोनों युवकों के मुताबिक़, नीचे होम स्टे मालिक और एक दूकानदार थे. जिनका कुछ पता नहीं चल पाया है. इस दौरान जैसे तैसे बाहर निकले तो मलवा, पानी ही पानी, कीचड जैसा….बैग, समाज सब छोड़कर बाहर भागे जैसे तैसे रेंगते हुए मुखवा की तरफ जाने वाले पुल तक पहुंचे. तब तक दायें बाए देखा सब ख़त्म हो चुका था. धराली मलवे में समा चुका था. फिर पैदल पुल पारकर जैसे तैसे सामने के इलाके में पहाड़ की तरफ जाने लगे तब तक सेना की टीम नीचे आ रही थी. उन्होंने पूछा इनके बारे में…दोनों युवकों ने सेना को बताया वहां पर ये लोकेशन थी उनके गेस्ट हाउस की…उसमें लोग थे उनका कुछ पता नहीं. फिर दोनों को सेना ने अपनी कैंप में ठराया दो दिन. फौजी कपड़े दिए, मेडिकल किया, खाना, रहना सब…फिर वहां से हेलीकाप्टर द्वारा मातली पहुंचे. क्यूंकि धराली पहुँचने के लिए रास्ते में सडक मार्ग गंगपानी में टूटा हुआ है. वह पता नहीं कब तक ठीक हो पायेगा. वहां से सरकार ने बस द्वारा दोनों को देहरादून भेजा. देहरादून पहुंचे दोनों ने स्कूटी किराये पर ली और ऋषिकेश पहुंचे. उस जगह जहाँ से बुलेट मोटरसाइकिल ली थी. देव बाइक रेंटल के . मालिक अनिकेत गुप्ता को सारी कहानी बताई. धराली में उनकी बाइक नीचे खड़ी थी. मलवे में पता नहीं कहाँ बह गयी.युवकों ने नेशनल वाणी (हिंदी) से बात करते हुए बताया कि उनके सामने इतना भयावह मंजर था, जिसे देख कर वह घबरा गए। और आज जब भी उनकी आंखों के सामने आपदा का मंजर घूमता है तो वह सिहर उठते हैं।

दोनों बच्चे आ गए वही काफी है बाइक तो आती जाती रहेगी : अनिकेत गुप्ता
ऋषिकेश पहुँचने पर अनिकेत गुप्ता जो बाइक रेंटल के मालिक हैं, उनका कहना था बच्चे आ गए दोनों वही काफी. बाइक तो आती-जाती रहेगी. यह इंसानियत होती है. उन्होंने बताया, हाल ही में उन्हूने रॉयल इनफील्ड खरीदी थी. उन्होंने कहा मेरे लिए दोनों युवाओं ने जो बयां किया वह रौंगटे खड़े करने वाला था. दोनों का एक तरह से दूसरा जन्म हुआ है. ये किस्मत वाले हैं जो आज हमारे सामने बैठे हैं. इनके घर वालों को सूचना दे दी गयी है. ये एक दो दिन में अपने घर पहुँच जायेंगे. गुप्ता ने मोटर साइकिल बीमा कंपनी, बैंक और कोतवाली में समबन्धित दस्तावेजों के साथ आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है. इस अवसर पर सचिन अग्रवाल, विजय भट्ट, विजय पुंडीर समेत कई लोग मौजूद रहे.
