ऋषिकेश में गुरुद्वारे की संपत्ति पर भूमाफियाओं की नजर…मिलीभगत से संपत्तियों का निजीकरण करके संपत्तियों को खुर्द बुर्द करने का आरोप

- गुरुद्वारे की संपत्ति पर भूमाफियाओं की नजर !
ऋषिकेश : सोमवार को यानी दिनांक 29/7/2024 को प्रधान गुरमेल सिंह जस्सल की अध्यक्षता में एक बैठक की गई. जिसमे अहम मुद्दा यह था की गुरुद्वारा सिंह सभा की एक संपत्ति देहरादून रोड पर है. जहा पर पूर्व में गुरुद्वारा साहिब था । गुरुद्वारा साहिब रेलवे रोड पर शिफ्ट होने के बाद वह संपत्ति खाली पड़ी है. उक्त बिल्डिंग में गुरमेल सिंह जैसल द्वारा एक सर्व सहमति से मता पास किया गया था कि गुरुद्वारा साहिब की संपत्ति धर्मार्थ के कार्यों के लिए होती है. जिसमे वृद्ध आश्रम, अनाथ आश्रम, व यात्रियों के रहने के लिए यात्री निवास खोला जाए. जिससे कि सामाज हित में कार्य किया जा सके. लेकिन कुछ भूमाफियाओं की नजर उक्त बिल्डिंग पर पड़ चुकी है. कमेटी के कुछ लोगों के साथ मिली भगत करके भूमाफियाओ का उक्त संपत्ति को खुर्द बुर्द करने का प्रयास लगातार जारी है. जिस तरह पूर्व में वर्ष 2019 में भी गुरुद्वारा साहिब की एक संपत्ति जो जीवनी माई मार्ग पर स्थित थी उसको कमेटी के कुछ सदस्यों ने भूमाफियाओं के साथ मिली भगत करके 2019 में खुर्द कर दिया गया था. जिसका एक पैसा भी गुरु घर में नहीं आया. गुरुद्वारे की संपत्तियां धार्मिक कार्यों के लिए होती है ना कि किसी निजी स्वार्थ के लिए. लेकिन माफियाओं की मिलीभगत से उक्त संपत्तियों का निजीकरण करके उक्त संपत्तियों को खुर्द बुर्द किया जा रहा है. जिसके लिए गुरमेल सिंह द्वारा बुलाई गई मीटिंग में निर्णय लिया गया है. कि उक्त संपत्ति को खुर्द बुर्द होने नहीं दिया जाएगा. उक्त संपत्ति पर धर्मार्थ के कार्य ही किए जाएंगे. इसके लिए हर संभव प्रयास, कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी. बैठक में मोजूद व्यक्तियों की सहमति से यह निर्णय लिया गया. उक्त बैठक में गुरमेल सिंह जैसल, दर्शन सिंह, बूटा सिंह, हिम्मत सिंह, बलवंत सिंह, हरविंदर सिंह, भानु प्रताप सिंह, जत्थेदार भगत सिंह, जगजीत सिंह जग्गा, मनप्रीत सिंह बंसल, निर्मल सिंह, धीरा सिंह, दीदार सिंह आदि मौजूद रहे ।