क्रैश बैरियर की स्थिति में अनियमितता पाये जाने पर सम्बंधित निर्माणदायी संस्था के अधिकारियों पर होगी कार्यवाही-जिलाधिकारी
- 15 वर्ष की अवधि पूरी कर चुके चौपहिया वाहनों की सूची उपलब्ध कराएं आरटीओ
- जिलाधिकारी सहित उच्चाधिकारियों की उपस्थिति में आरआई करेंगे 15 वर्ष की अवधि पूरी कर चुके चौपहिया वाहनों का फिटनेस चेकअप
पौड़ी : जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान ने जिला कार्यालय स्थित एनआईसी कक्ष में जिला स्तरीय सड़क सुरक्षा समिति की बैठक ली। बैठक में जिलाधिकारी ने 13 व 15 वर्ष अवधि पूरी करने वाले चौपहिया वाहनों की अलग-अगल सूची उपलब्घ कराने, मोटर मार्गो पर लगे क्रेश बेरियर की सवेंदनशील/अतिसंवेदनशील स्पॉट के अनुसार उपयोगिता रिर्पोट उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें।शनिवार को आयोजित जिला स्तरीय सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में जिलाधिकारी ने सम्भागीय परिवहन अधिकारी को निर्देश दिये कि जनपद के अन्तर्गत जो भी चौपहिया वाहन 15 वर्ष की अवधि पूरी करने के बाद भी सड़कों पर दौड़ रहे है उनकी सूची के साथ-साथ 13 वर्ष की अवधि पूरी कर चुके चौपहिया वाहनों की सूची भी उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें।
जिलाधिकारी ने कहा कि प्राय शिकायत प्राप्त हो रही है कि निर्माणदायी संस्थाओं द्वारा संवेदनशील/अति संवेदनशील स्थलों में क्रैश बैरियर न लगाकर सुगम/अन्य स्थलों पर लगाये जा रहे हैं। जिलाधिकारी ने उप-जिलाधिकारियों को निर्देश दिये कि वे सभी मोटर मार्गो का राजस्व उपनिरिक्षकों के माध्यम से सर्वे करवाकर एक सप्ताह के भीतर रिर्पोट प्रस्तुत करें। उन्होंने स्पष्ट किया कि यदि रिपोर्ट में मानकों की अनदेखी व अनियमितता पायी जाती है तो सम्बंधित निर्माणदायी संस्था के अधिशासी अभियन्ता व कनिष्ट अभियन्ता पर कठोर कार्यवाही अमल में लायी जायेगी।उन्होंने चौपहिया वाहनों की कण्डीशन/स्थिति को लेकर पवर्तन की कार्यवाही से जुडे विभागों परिवहन, पुलिस व उपजिलाधिकारियों को निर्देश दिये कि यदि मोटर मार्गो पर कोई खटारा, पुराना व धूआं फांकता कोई वाहन दिखाई देता है तो ऐसी स्थिति में उस वाहन की फिटनेस की जॉच परिवहन विभाग के आरआई से अनिवार्य रुप से जॉच करा ली जाए। उन्होंने कहा कि यदि किसी वाहन की हैल्थ/कण्डीशन खराब/अपेक्षानुरुप नहीं पायी जाती है तो ऐसे वाहन निसंदेह यात्रियों की जिन्दगी से खिलवाड़ कर रहे हैं।
उन्होने कहा कि वर्ष 2023 में जनपद क्षेत्रांतर्गत कुल 64 सड़क दुर्घटनाएं हुई थी जबकि विगत वर्ष 2024 में कुल 44 सड़क दुर्घटनाएं हुई है। उन्होंने परिवहन विभाग द्वारा पवर्तन की धीमी कार्यवाही पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि ड्रंक एण्ट ड्राईव में सभी सम्बंधित अधिकारी सख्ती से पवर्तन की कार्यवाही करना सुनिश्चित करें। बैठक में बताया कि इस वर्ष परिवहन विभाग द्वारा 6657 चालान व 6657 लाइसेंस निरस्त किये गये, जबकि पुलिस विभाग द्वारा 37590 चालान व 1784 लाइसेंस निरस्त किये गये। वहीं शादियों में बुक हुए 961 वाहन स्वामियों द्वारा सेफ सफर एप में पंजीकरण कराया गया।जिलाधिकारी ने आरटीओ को यह भी निर्देश दिये कि जो वाहन शादियों में बुक थे और उनके द्वारा सेफ सफर एप में पंजीकरण नहीं कराया है ऐसे वाहनों की सूची प्राप्त करते हुए उन पर आवश्यक कार्यवाही करना सुनिश्चित करें। बैठक में संयुक्त मजिस्ट्रेट दीपक रामचंद्र शेट, आरटीओ द्वारिका प्रसाद, एसीएमओ डॉ. पारूल गोयल, सीओ पुलिस अनुज कुमार, अधिशासी अभियंता लोनिवि दिनेश बिजल्वाण, अधिशासी अभियंता निर्माण खंड रीना बिष्ट, सफाई निरीक्षक हेमंत कुमार सहित अन्य अधिकारी वर्चुअल माध्यम से उपस्थित थे।