देवप्रयाग के रहने वाले हवलदार हजारी सिंह असम में हुए शहीद, ऋषिकेश में रहता है परिवार

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  • असम रायफल में कार्यरत थे शहीद हवलदार हजारी सिंह चौहान, ऋषिकेश में रहता है परिवार
  • मणिपुर में स्वास्थ्य खराब हुआ 26 को निधन की सूचना मिली परिजनों को
  • 25 अगस्त को घर पर पत्नी और बेटे से बात हुई थी, बोले थे जल्द ठीक होकर घर आऊंगा

ऋषिकेश : टिहरी गढ़वाल के देवप्रयाग निवासी हजारी सिंह चौहान असम में शहीद हो गए हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शाहिद के निधन पर अशोक व्यक्त किया है और परिजनों के प्रति संवेदना प्रकट की है उन्होंने अपने संदेश में कहा है,असम में माँ भारती की रक्षा करते हुए टिहरी गढ़वाल के देवप्रयाग निवासी हवलदार हजारी सिंह जी के शहीद होने का समाचार अत्यंत दुःखद है। ईश्वर से प्रार्थना है कि पुण्यात्मा को श्रीचरणों में स्थान एवं शोक संतप्त परिजनों को यह असीम दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करें। विनम्र श्रद्धांजलि !

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इस घटना के बाद शहीद जवान का पार्थिव शरीर ऋषिकेश में पहुंच गया है।मणिपुर में तैनाती थी हजारी सिंह की वर्तमान में। असम रायफल में कार्यरत थे। जहां आज यानी 27 अगस्त को 12 बजे सैन्य सम्मान के साथ पूर्णानंद घाट में शहीद जवान को अंतिम विदाई दी जाएगी।बता दें कि उत्तराखंड के शहीद जवान हजारी चौहान निवासी टिहरी के अंतिम संस्कार में राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल एवं देवप्रयाग विधायक विनोद कंडारी शामिल होंगे।शहीद के 3 बेटे हैं। सबसे बड़ा संदीप एयर फोर्स में है। दूसरा अमित जॉब कर रहा है तीसरा बेटा कुलदीप पढ़ रहा है। मास्टर्स कर रहा है। 2009 से रह रहे हैं गुलजार फार्म खदरी इलाके में। 25 अगस्त  कुलदीप ने बताया पिता से माँ और कुलदीप की बात हुई थी।26 को निधन के समाचार मिला। परिवार देवप्रयाग इलाके का रामपुर श्यामपुर गाँव का रहने वाला है।वर्तमान में चौहान मणिपुर में तैनात थे। वहीं उनकी तबियत खराब हुई। शहीद चार भाई और चार बहन है।

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