पत्रकार के खिलाफ FIR पर बोले हरीश रावत ये चिंताजनक लक्षण हैं, राज्य सरकार, प्रशासन FIR वापस ले
स्थिति को सुधारना ही एकमात्र समाधान है अन्यथा हमें और तीक्ष्ण आलोचना के लिए तैयार रहना चाहिए : हरीश रावत

- यूं पहले एक पोर्टल के खिलाफ FIR दर्ज हुई, फिर सूचना के अधिकार का उपयोग करने वाले एक RTI एक्टिविस्ट के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ, यह सब राज्य के लिए अच्छे लक्षण नहीं हैं -हरीश रावत
देहरादून :पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने एक समाचार पत्र के संवादाता के खिलाफ FIR करने के मामले में अपनी प्रतिक्रिया दी है. इसे उन्हूने चिंताजनक लक्षण कहा है. उन्हूने अपने सोशल मीडिया पेज पर लिखा है ….“दैनिक भास्कर समाचार पत्र के संवाददाता पर उत्तरकाशी में प्रशासन द्वारा FIR दर्ज करना एक चिंताजनक लक्षण है। यदि संवाददाता द्वारा दिया गया समाचार तथ्यात्मक नहीं है तो उसका खंडन छपवाया जा सकता है। चारधाम यात्रा के दौरान कुछ यात्रियों की मौतें हुई हैं तथा यात्रा के असुविधाओं को लेकर स्थानीय समाचार पत्रों में भी समाचार छपे हैं और हम लोगों तक भी अव्यवस्था की चिंताजनक जानकारियां आ रही हैं। स्थिति को सुधारना ही एकमात्र समाधान है अन्यथा हमें और तीक्ष्ण आलोचना के लिए तैयार रहना चाहिए। यूं पहले एक पोर्टल के खिलाफ FIR दर्ज हुई, फिर सूचना के अधिकार का उपयोग करने वाले एक RTI एक्टिविस्ट के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ, यह सब राज्य के लिए अच्छे लक्षण नहीं हैं। मैं उम्मीद करता हूं कि राज्य सरकार, प्रशासन को FIR वापस लेने के लिए निर्देश देगी।”